कर्नाटक में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, रेड अलर्ट जारी

कर्नाटक के तटीय जिलों में 23 जुलाई से भारी बारिश हो रही है, जिसके चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है। स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है और जनजीवन प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने अगले सप्ताह और अधिक बारिश की चेतावनी दी है। इस वर्ष अब तक बारिश के कारण कई घरों को नुकसान हुआ है और कुछ लोगों की जान भी गई है। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
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कर्नाटक में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, रेड अलर्ट जारी

कर्नाटक के तटीय जिलों में बारिश का कहर

कर्नाटक के तीन तटीय जिलों, दक्षिण कन्नड़, उडुपी और उत्तर कन्नड़ में 23 जुलाई की रात से भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में मानसूनी बारिश फिर से तेज होने की संभावना है। अगले सप्ताह कर्नाटक के कई क्षेत्रों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएँ चलने के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।


उडुपी, उत्तर कर्नाटक और दक्षिण कर्नाटक जिलों में अत्यधिक वर्षा के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही, गोवा के लिए भी इसी प्रकार का अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की गई है।


स्कूलों में छुट्टी का ऐलान

कर्नाटक के तटीय क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश और रेड अलर्ट के मद्देनजर, दक्षिण कन्नड़ जिले के कुछ हिस्सों में बृहस्पतिवार को आंगनबाड़ियों, प्राथमिक और उच्च विद्यालयों तथा प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेजों में छुट्टी घोषित की गई। जिला प्रशासन ने यह निर्णय आईएमडी द्वारा जारी चेतावनी के आधार पर लिया है।


अधिसूचना में कहा गया है कि सुलिया और बेलथांगडी तालुकों को छोड़कर अन्य सभी क्षेत्रों में यह छुट्टी लागू होगी।


जनजीवन पर असर

दक्षिण कन्नड़ के कई हिस्सों में मंगलवार से रुक-रुक कर बारिश जारी है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। जिला प्रशासन ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को निचले इलाकों, झीलों, समुद्र तटों और नदी किनारों पर जाने से रोकें।


मछुआरों को भी समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है। तहसील स्तर के अधिकारियों को मुख्यालय में रहने के लिए कहा गया है।


इस वर्ष दक्षिण कन्नड़ जिले में अब तक 3,026 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो सामान्य बारिश के आंकड़े 2,091 मिलीमीटर से लगभग डेढ़ गुना अधिक है। पिछले 24 घंटे में जिले में 32 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। मानसून के दौरान अब तक वर्षाजनित घटनाओं में छह लोगों की जान जा चुकी है और 104 घर पूरी तरह से तथा 1,127 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, इस क्षेत्र में भारी बारिश से राहत के कोई संकेत नहीं हैं।