कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें: प्रियांक खड़गे का बयान
कर्नाटक सरकार में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा
कर्नाटक सरकार, जो मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व में कार्यरत है, में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। राज्य मंत्री प्रियांक खड़गे ने स्पष्ट किया है कि कांग्रेस पार्टी के सभी सदस्य इस बात से सहमत हैं कि आलाकमान जो भी निर्णय लेगा, उसका पालन किया जाएगा।
खड़गे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और पार्टी के सभी सदस्य एक स्वर में यह बात कह चुके हैं कि आलाकमान का निर्णय अंतिम होगा। जब शीर्ष नेतृत्व एक ही लहजे में बात कर रहा है, तो फिर भिन्नता की कोई आवश्यकता नहीं है।
भाजपा के आरोपों पर खड़गे की प्रतिक्रिया
कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक आर अशोक द्वारा लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए खड़गे ने कहा कि कांग्रेस के विधायक मुख्यमंत्री बनाने के लिए एक-दूसरे को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन लोटस' भाजपा का एक पहचान चिह्न है।
खड़गे ने यह भी कहा कि भाजपा ने पिछले पांच वर्षों में एक भी मुख्यमंत्री नहीं दिया। जब वे पहली बार सत्ता में आए, तो तीन मुख्यमंत्री दिए, और दूसरी बार दो। खरीद-फरोख्त करना भाजपा की कार्यशैली है, न कि कांग्रेस की।
भ्रष्टाचार के आरोप और चुनाव की मांग
आर अशोक ने पहले कहा था कि राज्य में चुनाव आवश्यक हैं क्योंकि वर्तमान सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है और उसे इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दो वर्षों से सत्ता और मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए संघर्ष चल रहा है।
विधायकों के बीच पैसे के लेन-देन की खबरें आ रही हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच सत्ता की लड़ाई जारी है। पार्टी के भीतर विधायकों की खरीद-फरोख्त की गतिविधियाँ भी सामने आ रही हैं।
