कर्नाटक में दिल के दौरे से बढ़ती मौतों पर सरकार की सख्त कार्रवाई

कर्नाटक के हसन जिले में दिल के दौरे से 21 मौतों की घटनाओं के बाद सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने विशेषज्ञ समिति का गठन किया है, जो इन मौतों के कारणों की जांच करेगी। उन्होंने कोविड टीकों के संभावित प्रभाव पर भी चिंता जताई है। सरकार ने स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए कई योजनाएं लागू की हैं और लोगों से स्वास्थ्य संबंधी लक्षणों पर ध्यान देने की अपील की है। जानें इस मामले में और क्या हो रहा है।
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कर्नाटक में दिल के दौरे से बढ़ती मौतों पर सरकार की सख्त कार्रवाई

हसन जिले में दिल के दौरे से हुई मौतों की बढ़ती संख्या

पिछले एक महीने में हसन जिले में दिल के दौरे के कारण 21 लोगों की मौत की घटनाओं के बाद कर्नाटक सरकार ने तुरंत कदम उठाए हैं। जिला प्रशासन ने इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक आपात बैठक बुलाई। हाल ही में तीन और मौतों की सूचना मिली है। सभी मृतक 30 से 55 वर्ष की आयु के बीच थे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस पर एक्स पर लिखा कि पिछले महीने में हसन जिले में 20 से अधिक लोग हार्ट अटैक से जान गंवा चुके हैं। सरकार इस मामले को अत्यंत गंभीरता से ले रही है।


विशेषज्ञ समिति का गठन

मुख्यमंत्री ने बताया कि इन मौतों के कारणों की जांच और समाधान खोजने के लिए जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवैस्कुलर साइंसेज एंड रिसर्च के निदेशक डॉ. रवींद्रनाथ की अगुवाई में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है। इस समिति को 10 दिनों के भीतर एक अध्ययन रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। पहले भी इस समिति को फरवरी में राज्य में अचानक होने वाली मौतों के कारणों का अध्ययन करने का आदेश दिया गया था।


कोविड टीकों का संभावित प्रभाव

सिद्धारमैया ने कहा कि हम उन बच्चों और युवाओं के जीवन को महत्व देते हैं, जिनके पास पूरा जीवन है। उन्होंने भाजपा नेताओं की आलोचना की, जो इस मुद्दे का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड वैक्सीन को जल्दी मंजूरी देना और वितरित करना इन मौतों का एक संभावित कारण हो सकता है, जैसा कि हाल के अध्ययनों में संकेत दिया गया है।


स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता

मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा को पहले अपनी अंतरात्मा से पूछना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार हसन जिले और पूरे राज्य में इन अचानक मौतों के सही कारणों का पता लगाने और उन्हें रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए हृदय ज्योति और गृह आरोग्य जैसी योजनाएं लागू की गई हैं। डॉ. रवींद्रनाथ की समिति की रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी से अपील की कि सीने में दर्द या सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं।


मुख्यमंत्री का ट्वीट