कर्नाटक में छात्रा की आत्महत्या: शैक्षणिक दबाव का जिक्र

कर्नाटक के कोडागु जिले में एक 19 वर्षीय छात्रा तेजस्विनी ने अपने छात्रावास में आत्महत्या कर ली। उसने एक नोट में शैक्षणिक दबाव का जिक्र किया और बताया कि उसके पास छह बैकलॉग हैं। यह घटना उसके जन्मदिन के तीन दिन बाद हुई, जब उसने दोस्तों के साथ जश्न मनाया था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। इस घटना ने शैक्षणिक दबाव के मुद्दे को फिर से उजागर किया है।
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कर्नाटक में छात्रा की आत्महत्या: शैक्षणिक दबाव का जिक्र

कोडागु जिले में छात्रा की आत्महत्या का मामला

कर्नाटक के कोडागु जिले के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में एक 19 वर्षीय छात्रा, तेजस्विनी, ने बुधवार को अपने छात्रावास के कमरे में आत्महत्या कर ली। वह पोन्नमपेट के हल्लिगट्टू कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के कोर्स में पढ़ाई कर रही थी। उसके कमरे से एक नोट मिला, जिसमें उसने शैक्षणिक दबाव के कारण आत्महत्या करने की बात कही। उसने अपने पास छह बैकलॉग होने का उल्लेख किया और पढ़ाई जारी रखने की इच्छा व्यक्त नहीं की।


परिवार और दोस्तों की प्रतिक्रिया

तेजस्विनी, जो रायचूर की रहने वाली महंतप्पा की इकलौती संतान थी, ने तीन दिन पहले अपने दोस्तों के साथ अपना जन्मदिन मनाया था। बुधवार को, उसने उन दोस्तों को मिठाई बांटी जो पहले के जश्न में शामिल नहीं हो पाए थे। वह अपनी कक्षाओं में भाग लेने के बाद लगभग 4 बजे अपने छात्रावास लौटी।


घटनास्थल पर पुलिस की कार्रवाई

लगभग 4:30 बजे, उसकी सहपाठी ने देखा कि तेजस्विनी का कमरा अंदर से बंद था। बार-बार दस्तक देने और फोन करने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद, छात्रावास के पर्यवेक्षक को सूचित किया गया। जब दरवाजा खोला गया, तो तेजस्विनी बेहोश पाई गई। उसके पास एक नोट मिला, जिसमें उसने शैक्षणिक दबाव का जिक्र किया। पोन्नमपेट पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया और मामले की जांच शुरू कर दी।


पिछले आत्महत्या के मामलों का संदर्भ

इससे पहले, जयपुर के एक निजी विश्वविद्यालय के बीटेक द्वितीय वर्ष के छात्र ने भी आत्महत्या की थी। वह बिहार का निवासी था और उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उसने अपनी मां से माफी मांगी थी। पुलिस ने मामले की जानकारी मृतक के परिवार को दे दी है और फोरेंसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं।


अधिकारिक पुष्टि का इंतजार

इस मामले की अधिकारिक पुष्टि का इंतजार किया जा रहा है। भारतीय मीडिया चैनलों पर इस खबर को प्रसारित किया गया है।