कर्नाटक को 2032 तक कौशल राजधानी बनाने का लक्ष्य: मुख्यमंत्री सिद्धरमैया

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को एक महत्वाकांक्षी योजना का ऐलान किया, जिसमें 2032 तक राज्य को भारत की कौशल राजधानी और एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के तहत 30 लाख युवाओं को कौशल प्रदान करने, महिलाओं के नामांकन को बढ़ाने और वैश्विक प्लेसमेंट संबंधों को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए जाएंगे। बेंगलुरु में कौशल शिखर सम्मेलन 2025 के उद्घाटन के अवसर पर यह जानकारी साझा की गई।
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कर्नाटक को 2032 तक कौशल राजधानी बनाने का लक्ष्य: मुख्यमंत्री सिद्धरमैया

कर्नाटक की आर्थिक दृष्टि

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को घोषणा की कि उनकी सरकार का उद्देश्य 2032 तक राज्य को भारत की कौशल राजधानी और एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था में तब्दील करना है।


उन्होंने बताया कि राज्य ने 2032 तक 30 लाख युवाओं को कौशल प्रदान करने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही, आईटीआई में महिलाओं के नामांकन को 33 प्रतिशत तक बढ़ाने, जिला स्तर पर कौशल क्षमता को दोगुना करने और अंतरराष्ट्रीय प्रवासन केंद्र-कर्नाटक (आईएमसी-के) के माध्यम से वैश्विक प्लेसमेंट संबंधों को मजबूत करने की महत्वाकांक्षाएं निर्धारित की हैं।


यह जानकारी बेंगलुरु में कौशल शिखर सम्मेलन 2025 के उद्घाटन के दौरान साझा की गई।