कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे को अमेरिका यात्रा की मिली अनुमति

कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खरगे को अमेरिका यात्रा की अनुमति मिल गई है, जो पहले केंद्र सरकार द्वारा रोकी गई थी। मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप और पत्राचार के बाद केंद्र ने अपना निर्णय बदल दिया। खरगे ने इस कदम को अनुचित बताया और कहा कि इससे कर्नाटक की छवि को नुकसान हुआ है। उन्होंने यात्रा को राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। जानें इस मामले में और क्या हुआ और विपक्ष की क्या प्रतिक्रिया रही।
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कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे को अमेरिका यात्रा की मिली अनुमति

प्रियांक खरगे की अमेरिका यात्रा की अनुमति

कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खरगे को अंततः अमेरिका यात्रा की अनुमति मिल गई है। पहले केंद्र सरकार ने उनकी यात्रा पर रोक लगा दी थी, लेकिन हाल ही में मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप और विदेश मंत्रालय को भेजे गए पत्र के बाद केंद्र ने अपना निर्णय बदल दिया।


खरगे का ट्वीट और केंद्र पर आरोप

प्रियांक खरगे ने इस निर्णय की जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा की और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि यह कदम अनुचित था, जिसने कर्नाटक की छवि और विकास को प्रभावित किया।


अमेरिका में कार्यक्रमों में भागीदारी

खरगे को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में 14 से 27 जून के बीच बायो इंटरनेशनल कन्वेंशन 2025 और डिजाइन ऑटोमेशन कॉन्फ्रेंस में भाग लेने के लिए जाना था। उन्होंने 15 मई को इस यात्रा के लिए अनुमति मांगी थी, लेकिन 4 जून को विदेश मंत्रालय ने उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया।


राजनीतिक प्रेरणा का आरोप

इस निर्णय के बाद, खरगे और राज्य सरकार ने इसे राजनीति से प्रेरित और विकास विरोधी बताया। उन्होंने सवाल उठाया कि जब यह यात्रा राज्य के हित में है, तो अनुमति क्यों नहीं दी गई।


केंद्र का निर्णय बदलना

आलोचनाओं और पत्राचार के दो दिन बाद, केंद्र सरकार ने अपने पहले के आदेश को वापस लेते हुए अमेरिका यात्रा की अनुमति दे दी। खरगे ने ट्वीट किया कि विदेश मंत्रालय ने अंततः उनकी यात्रा पर लगी रोक हटा दी है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय में देरी ने राज्य की छवि को नुकसान पहुंचाया है।


विपक्ष की प्रतिक्रिया

कांग्रेस पार्टी और अन्य विपक्षी नेताओं ने केंद्र की आलोचना की और कहा कि राज्यों के विकास से जुड़े मुद्दों को राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए।