कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने सतीश सैल की गिरफ्तारी पर उठाए सवाल

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने कांग्रेस विधायक सतीश सैल की गिरफ्तारी को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस गिरफ्तारी के पीछे कोई ठोस कारण नहीं है और यह राजनीतिक साजिश का हिस्सा है। सैल को ईडी ने अवैध लौह अयस्क निर्यात से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और इसके पीछे की राजनीति।
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कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने सतीश सैल की गिरफ्तारी पर उठाए सवाल

सतीश सैल की गिरफ्तारी पर डी. के. शिवकुमार की प्रतिक्रिया

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने बुधवार को स्पष्ट किया कि कांग्रेस विधायक सतीश सैल की गिरफ्तारी के लिए कोई उचित कारण नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी के नेताओं को राजनीतिक कारणों से जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।


ईडी ने सैल को राज्य में अवैध लौह अयस्क निर्यात से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया। शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा, 'सतीश सैल की गिरफ्तारी के लिए कोई परिस्थिति नहीं थी। यह मामला 2010 से चल रहा है और कांग्रेस के नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।'


आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 59 वर्षीय सैल, जो उत्तर कन्नड़ जिले के कारवार से विधायक हैं, को मंगलवार रात ईडी के बेंगलुरु कार्यालय में पूछताछ के बाद हिरासत में लिया गया। वह हाल के समय में केंद्रीय एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किए गए कर्नाटक कांग्रेस के दूसरे विधायक हैं।


पिछले महीने, ईडी ने चित्रदुर्ग के विधायक के. सी. वीरेंद्र पप्पी को भी अवैध सट्टेबाजी से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया था। सैल के खिलाफ मामला एक कंपनी द्वारा लौह अयस्क के अवैध निर्यात से संबंधित है। ईडी की जांच 2010 के कर्नाटक लोकायुक्त मामले से जुड़ी हुई है, जिसमें बेल्लारी से बेलेकेरी बंदरगाह तक लगभग आठ लाख टन लौह अयस्क का अवैध परिवहन सामने आया था।