कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने मेकेदातु परियोजना पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया
डीके शिवकुमार का सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बयान
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने सोमवार को मेकेदातु परियोजना से संबंधित सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने इस निर्णय को राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण घटना बताया और अपनी कानूनी टीम का आभार व्यक्त किया।
राजनीतिक अटकलों पर शिवकुमार का स्पष्टीकरण
शिवकुमार ने राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से अपनी मुलाकात को लेकर चल रही राजनीतिक अटकलों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि मेकेदातु संतुलन जलाशय परियोजना से संबंधित निर्णय ने राज्य की स्थिति को मजबूत किया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा, 'मेकेदातु का फैसला हमारे पक्ष में आया है। हमें वकीलों का आभार व्यक्त करना चाहिए। इस मामले पर कल एक बैठक भी है, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।'
सुप्रीम कोर्ट का महत्वपूर्ण निर्णय
सुप्रीम कोर्ट ने 13 नवंबर को कावेरी नदी पर मेकेदातु बांध के निर्माण के खिलाफ तमिलनाडु की याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया, जो कि एक लंबे समय से चले आ रहे अंतर-राज्यीय विवाद में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। शिवकुमार ने खड़गे के साथ अपनी बैठक के दौरान किसी भी असाधारण राजनीतिक घटनाक्रम की अटकल को खारिज किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष का मिलना स्वाभाविक है।
कांग्रेस के प्रति निष्ठा
इस बीच, शिवकुमार ने कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा को दोहराया और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) के अध्यक्ष पद से अपने इस्तीफे की अटकलों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, 'मैंने दिन-रात पार्टी को मजबूत करने के लिए काम किया है और आगे भी करता रहूँगा। मेरा मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा है।'
भविष्य की योजनाएं
डीके शिवकुमार ने कहा कि उन्हें कर्नाटक में 100 कांग्रेस पार्टी कार्यालयों की आधारशिला रखनी है और उन्होंने AICC अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने की योजना बनाई है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने 'गांधी भारत' पर एक किताब लिखी है और उसके विमोचन की तारीख तय करनी है।
