कर्नल श्रीकांत पुरोहित को मालेगांव विस्फोट मामले में बरी होने के बाद मिली पदोन्नति
कर्नल श्रीकांत पुरोहित को 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में बरी होने के बाद कर्नल के पद पर पदोन्नत किया गया है। यह निर्णय वर्षों की कानूनी लड़ाई के बाद आया है, जिसमें उन्हें और अन्य आरोपियों को अदालत ने बरी किया। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पुरोहित को बधाई दी और उनकी देशभक्ति की सराहना की। इस मामले में पुरोहित के साथ-साथ अन्य आरोपियों को भी न्याय मिला है। जानें इस मामले की पूरी कहानी और इसके पीछे की पृष्ठभूमि।
Sep 25, 2025, 17:58 IST
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कर्नल पुरोहित की पदोन्नति
2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में बरी होने के कुछ ही दिनों बाद, प्रसाद श्रीकांत पुरोहित को कर्नल के पद पर पदोन्नत किया गया है। यह पदोन्नति वर्षों की कानूनी लड़ाई के बाद संभव हुई है। मुंबई की अदालत ने पुरोहित और छह अन्य आरोपियों को बरी करते हुए कहा कि अभियोजन पक्ष उनके खिलाफ आरोपों को उचित संदेह से परे साबित नहीं कर सका। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पुरोहित को उनकी पदोन्नति पर बधाई दी और उन्हें देशभक्त बताया।
सरकार का समर्थन
गिरिराज सिंह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कर्नल पुरोहित को वर्दी में वापस आने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि सरकार उन देशभक्तों के साथ मजबूती से खड़ी है जो साहस और ईमानदारी से देश की सेवा करते हैं। भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि 17 साल से अधिक समय तक 'उत्पीड़न' झेलने के बाद पुरोहित को अंततः न्याय मिला। उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी 'तुष्टिकरण' की राजनीति ने पुरोहित के उत्थान में बाधा डाली।
मालेगांव विस्फोट की पृष्ठभूमि
29 सितंबर, 2008 को मालेगांव शहर में एक मस्जिद के पास एक मोटरसाइकिल पर लगे बम में विस्फोट हुआ, जिसमें छह लोगों की जान गई और 101 अन्य घायल हुए। इस घटना के सिलसिले में प्रारंभ में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अंततः केवल सात पर मुकदमा चलाया गया। प्रसाद श्रीकांत पुरोहित और भाजपा नेता प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित सभी सात आरोपियों को इस साल 31 जुलाई को एक एनआईए अदालत ने बरी कर दिया। बरी किए गए अन्य आरोपियों में मेजर (सेवानिवृत्त) रमेश उपाध्याय, सुधाकर चतुर्वेदी, अजय राहिरकर, सुधांकर धर द्विवेदी (शंकराचार्य) और समीर कुलकर्णी शामिल हैं।