करवा चौथ 2025: वास्तु दोष से बचने के लिए दीपक जलाने के सही स्थान

करवा चौथ 2025 का पर्व 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन विवाहित महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, जो न केवल पति की लंबी उम्र के लिए होता है, बल्कि घर की ऊर्जा और वास्तु संतुलन को भी सुधारने का अवसर प्रदान करता है। जानें कि कैसे दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा लाई जा सकती है और किन वास्तु नियमों का पालन करना चाहिए। इस लेख में करवा चौथ पर ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बातें और वास्तु दोष से बचने के उपायों की जानकारी दी गई है।
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करवा चौथ 2025: वास्तु दोष से बचने के लिए दीपक जलाने के सही स्थान

करवा चौथ का महत्व और वास्तु नियम

करवा चौथ 2025: वास्तु दोष से बचने के लिए दीपक जलाने के सही स्थान

करवा चौथ 2025

करवा चौथ का पर्व इस वर्ष 10 अक्टूबर, शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन विवाहित महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, जो न केवल पति की लंबी उम्र के लिए होता है, बल्कि घर की ऊर्जा और वास्तु संतुलन को भी सुधारने का अवसर प्रदान करता है। ज्योतिष के अनुसार, इस दिन कुछ विशेष कार्य करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और लक्ष्मी जी का स्थायी वास होता है। रात में चंद्रमा की रोशनी प्रेम और भक्ति के साथ-साथ वास्तु ऊर्जा को भी सक्रिय करती है।

करवा चौथ पर घर की सफाई, दीपक की दिशा और पूजा विधि का ध्यान रखना आवश्यक है, जिससे सुख, समृद्धि और दांपत्य जीवन में सौहार्द बढ़ता है। ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश पांडेय के अनुसार, इस दिन घी का दीपक जलाना शुभ होता है, जो सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।

घर में सकारात्मक ऊर्जा कैसे लाएं?

पंडित जी का कहना है कि करवा चौथ की पूजा के बाद रसोई, घर की पूर्व दिशा और तुलसी के पास दीपक जलाना चाहिए। घर के उत्तर-पूर्व दिशा को साफ रखना चाहिए, क्योंकि यह लक्ष्मी और पार्वती जी का स्थान है। पूजा स्थल को उत्तर या पूर्व दिशा में रखना और वहीं दीपक जलाना चाहिए। चंद्रमा को अर्घ्य देते समय पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करें और घर में सफेद और लाल फूलों से सजावट करें। इससे सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है।

ज्योतिषाचार्य के अनुसार, शयन कक्ष में नीले या काले कपड़े नहीं होने चाहिए, क्योंकि यह शुक्र ग्रह को प्रभावित करता है। रसोई और पूजा स्थान को विशेष रूप से स्वच्छ रखना चाहिए, क्योंकि लक्ष्मी वहीं आती हैं जहां पवित्रता होती है। शाम को जब चाँद दिखाई दे, तो दीपक को उत्तर-पूर्व दिशा में रखकर जलाएं। इस दिन दीपक जलाने के साथ सुगंधित धूप, चंदन और कपूर भी जलाएं, जिससे वास्तु दोष समाप्त होते हैं और शुभ परिणाम मिलते हैं।

करवा चौथ पर वास्तु भूलों से बचें

  • मुख्य द्वार पर अंधेरा या कचरा न रखें।
  • दीवारों पर टूटी या फटी तस्वीरें न लगाएं।
  • शयनकक्ष में आईना खुला न रखें।
  • पूजा के समय दक्षिण या पश्चिम दिशा की ओर मुख न करें।
  • दीपक को हवा या पंखे के नीचे न जलाएं।
  • काले कपड़े न पहनें।
  • रात में झाड़ू न लगाएं और कचरा बाहर न फेंकें।
  • चंद्रमा को अर्घ्य देते समय झुकें नहीं और बैठे-बैठे अर्घ्य न दें।
  • रसोई में गैस या बर्तन गंदे न छोड़ें।
  • घर के उत्तर दिशा में लोहे की वस्तुएं इस दिन न रखें।