कम उम्र में दिल का दौरा: कारण और बचाव के उपाय

हाल के वर्षों में कम उम्र में दिल के दौरे के मामलों में वृद्धि हुई है। मध्य प्रदेश में एक शादी समारोह के दौरान एक युवा लड़की की कार्डियक अरेस्ट से मृत्यु ने इस समस्या को उजागर किया है। जानें कि युवा पीढ़ी में दिल की बीमारियों के बढ़ने के पीछे क्या कारण हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है। इस लेख में हम अनहेल्दी फूड्स, तनाव, शारीरिक गतिविधियों की कमी, और अन्य कारकों पर चर्चा करेंगे, साथ ही दिल के दौरे से बचने के उपाय भी बताएंगे।
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कम उम्र में दिल का दौरा: कारण और बचाव के उपाय

कम उम्र में दिल का दौरा


मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में एक रिसॉर्ट में शादी समारोह के दौरान 23 वर्षीय परिणीता जैन की कार्डियक अरेस्ट से मृत्यु हो गई। वह अपनी चचेरी बहन की शादी में शामिल होने आई थी। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में, वह हल्दी समारोह के दौरान स्टेज पर डांस कर रही थी, जब अचानक वह गिर गई।


हाल के वर्षों में कम उम्र में दिल के दौरे और कार्डियक अरेस्ट के मामलों में वृद्धि देखी गई है। पहले इसे केवल मिडिल एज और बुजुर्गों की समस्या माना जाता था, लेकिन अब यह युवा पीढ़ी को भी प्रभावित कर रहा है। आइए जानते हैं कि इसके पीछे के कारण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।


कम उम्र में दिल के दौरे के कारण

1. अनहेल्दी फूड्स: जंक फूड, तले-भुने खाने और अधिक मीठे का सेवन दिल की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है और धमनियों में रुकावट आ सकती है.


2. तनाव और डिप्रेशन: मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन भी हार्ट अटैक का कारण बन सकते हैं। लगातार चिंता करने से शरीर में स्ट्रेस हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है.


3. शारीरिक गतिविधियों की कमी: नियमित व्यायाम न करने से दिल कमजोर हो सकता है। ऑफिस और घर की जीवनशैली में बैठने की आदत से हार्ट की कार्यक्षमता कम हो जाती है.


4. नींद की कमी: काम के दबाव या अन्य कारणों से कम नींद लेना दिल की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है.


5. धूम्रपान और शराब: धूम्रपान और अधिक शराब पीने से रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाती हैं, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है.


6. डायबिटीज और उच्च रक्तचाप: कम उम्र में डायबिटीज और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियां आम हो रही हैं, जो दिल के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं.


हार्ट अटैक से बचने के उपाय

1. हेल्दी डाइट अपनाएं: हरी सब्जियां, फल, नट्स और फाइबर युक्त आहार लें। तले-भुने खाने से बचें.


2. नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30-40 मिनट तक व्यायाम या टहलें.


3. तनाव कम करें: ध्यान और योग करें ताकि मानसिक शांति बनी रहे.


4. धूम्रपान और शराब से दूर रहें: ये चीजें दिल की सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं, इसलिए इन्हें छोड़ दें.


5. नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं: समय-समय पर ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर की जांच करवाएं.