कतर्नियाघाट में मादा तेंदुए का शव बरामद, मौत के कारणों की जांच जारी

कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार में तेंदुए की मौत
बहराइच जिले के कतर्नियाघाट वन्यजीव विहार में एक लगभग दो वर्षीय मादा तेंदुए का शव मिला है। यह जानकारी अधिकारियों ने रविवार को साझा की।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, शनिवार को ग्रामीणों ने तेंदुए का शव निशानगाढ़ा के आजमगढ़पुरवा गांव के करीब 200 मीटर की दूरी पर देखा और इसकी सूचना दी।
वन रेंज अधिकारी एस.के. श्रीवास्तव और वनपाल मनीष कुमार सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की गहन जांच शुरू की। तेंदुए के सभी अंग सुरक्षित पाए गए, जिससे शिकार की संभावना को खारिज किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल के आसपास बड़े वन्य जीवों के पंजों के निशान मिले हैं, जिससे आपसी संघर्ष का संदेह उत्पन्न हो रहा है। विभागीय अधिकारी और संबंधित संस्थाएं मामले की जांच कर रही हैं, और मृत तेंदुए का पोस्टमार्टम किया गया है।
पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दीपक वर्मा ने कहा, 'तेंदुए की मौत सिर पर गहरी चोट और दांत व पंजों के हमले के कारण हुई है। ये घाव संभवतः किसी बड़े तेंदुए के साथ संघर्ष के दौरान लगे होंगे। विसरा सुरक्षित कर लिया गया है और इसे जांच के लिए आईवीआरआई बरेली भेजा जाएगा।'
इस वर्ष की शुरुआत से अब तक कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के विभिन्न क्षेत्रों में पांच तेंदुए, एक बाघ और एक हाथी मृत पाए गए हैं। शनिवार को तेंदुए की मौत की यह छठी घटना है।
2024 में भी यहां चार तेंदुए और एक बाघ मृत मिले थे। अनुमान है कि वर्तमान में कतर्नियाघाट के जंगलों में लगभग 100 तेंदुए और 70-80 बाघ मौजूद हैं। यह वन्यजीव प्रभाग लगभग 550 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।