ओवैसी ने भारत-पाकिस्तान मैच के खिलाफ उठाई आवाज़, एशिया कप पर छाया विवाद

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आगामी एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच के खिलाफ अपनी असहमति व्यक्त की है। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के संदर्भ में अपनी चिंताओं को साझा किया, जिसमें उन्होंने सवाल उठाया कि जब पाकिस्तान के साथ संबंध इतने तनावपूर्ण हैं, तो क्रिकेट मैच कैसे खेला जा सकता है। ओवैसी ने सरकार से भी सवाल किया कि क्या वे मृतकों के परिवारों को यह कहने की हिम्मत रखते हैं कि उन्होंने बदला लिया है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और ओवैसी के विचार।
 | 
ओवैसी ने भारत-पाकिस्तान मैच के खिलाफ उठाई आवाज़, एशिया कप पर छाया विवाद

ओवैसी का विरोध

एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने आगामी भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के खिलाफ अपनी असहमति व्यक्त की है। उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पांच महीने बाद एशिया कप मैच को लेकर अपनी चिंताओं को साझा किया। हाल ही में जारी एशिया कप 2025 के कार्यक्रम के अनुसार, भारत और पाकिस्तान का मुकाबला 14 सितंबर को होगा, जिसने विपक्ष के बीच विरोध को जन्म दिया है। यह विरोध पाकिस्तान के आतंकवादी गठजोड़ के कारण आम जनता में बढ़ती बहिष्कार की भावना को दर्शाता है।


ओवैसी की अंतरात्मा की आवाज़

लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान ओवैसी ने कहा कि उनकी अंतरात्मा उन्हें इस मैच को देखने की अनुमति नहीं देती। उन्होंने सवाल उठाया कि जब पाकिस्तान के विमान हमारे हवाई क्षेत्र में नहीं आ सकते और व्यापार भी ठप है, तो हम उनके साथ क्रिकेट कैसे खेल सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब हम पाकिस्तान का 80 प्रतिशत पानी रोक रहे हैं, तो ऐसे में क्रिकेट मैच का आयोजन कैसे संभव है।


एशिया कप 2025 की जानकारी

हैदराबाद के सांसद ने यह भी कहा कि क्या सरकार में इतनी हिम्मत है कि वे उन 25 मृतकों के परिवारों को बुलाकर कहें कि हमने बदला लिया है और अब आप पाकिस्तान का मैच देखें। एशिया कप 2025, जो 9 सितंबर से शुरू होगा, में आठ देश भाग लेंगे। भारत और पाकिस्तान का मुकाबला ग्रुप चरण में 14 सितंबर को होगा। यदि दोनों टीमें सुपर 4 में पहुँचती हैं, तो फाइनल में भी उनका सामना हो सकता है।


पिछले मैचों का संदर्भ

हाल ही में इंग्लैंड में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ़ लीजेंड्स में भारत-पाकिस्तान मैच को रद्द कर दिया गया था। कई पूर्व भारतीय खिलाड़ियों ने पहलगाम हमले का हवाला देते हुए मैच से हटने का निर्णय लिया था। इस हमले में 25 पर्यटक और एक स्थानीय टट्टू सवारी संचालक मारे गए थे। भारतीय सेना ने इस हमले के जवाब में पाकिस्तानी क्षेत्र में आतंकवादी ठिकानों पर कार्रवाई की थी, जिसमें कई आतंकवादी मारे गए थे।