ओवैसी ने पाकिस्तान को कट्टरपंथ का केंद्र बताया, आतंकवाद पर की गंभीर टिप्पणी
आईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को कट्टरपंथ का केंद्र बताते हुए आतंकवाद पर गंभीर टिप्पणियां की हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी समूहों और वैश्विक आतंकवादी संगठनों के बीच कोई वैचारिक भिन्नता नहीं है। ओवैसी ने जकीउर रहमान लखवी के प्रति पाकिस्तान के रवैये पर भी सवाल उठाया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान को फिर से FATF ग्रे लिस्ट में डालने की अपील की। उनके बयान ने दक्षिण एशिया में आतंकवाद के बढ़ते प्रभाव पर चिंता जताई है।
Jun 2, 2025, 12:18 IST
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पाकिस्तान पर ओवैसी की तीखी टिप्पणी
आईएमआईएम के नेता और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान को 'कट्टरपंथ का केंद्र' करार दिया है, जो कट्टर विचारधाराओं का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी समूहों और वैश्विक आतंकवादी संगठनों जैसे आईएसआईएस और अल-कायदा के बीच कोई वैचारिक भिन्नता नहीं है। यह बयान ओवैसी ने अल्जीरिया में एक संबोधन के दौरान दिया, जहां एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद पर भारत की स्थिति को उजागर करने के लिए केंद्र की वैश्विक आउटरीच पहल के तहत पहुंचा था।
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ओवैसी ने जकीउर रहमान लखवी के प्रति पाकिस्तान के पक्षपाती रवैये पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि कोई भी देश ऐसे आतंकवादी को स्वीकार नहीं करेगा, जिस पर आतंकवाद का आरोप हो। लखवी ने जेल में रहते हुए भी एक बेटे का पिता बनने का दावा किया। जब पाकिस्तान को (एफएटीएफ की) ग्रे सूची में डाला गया, तो उसके खिलाफ मुकदमा तेजी से आगे बढ़ा। ओवैसी ने कहा कि आतंकवाद दो चीजों पर निर्भर करता है - विचारधारा और धन। उन्होंने यह भी कहा कि जब पाकिस्तान को FATF ग्रे सूची में वापस लाया जाएगा, तो भारत में आतंकवाद में कमी आएगी।
ओवैसी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान के बढ़ते हिंसक प्रभाव के प्रति चेतावनी दी और इस देश को फिर से FATF ग्रे लिस्ट में डालने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह केवल दक्षिण एशिया का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह वैश्विक शांति के लिए भी महत्वपूर्ण है। बैजयंत पांडा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में कई वरिष्ठ सांसद और अधिकारी शामिल थे, जिनमें निशिकांत दुबे, एस. फागनोन कोन्याक, रेखा शर्मा, असदुद्दीन ओवैसी, सतनाम सिंह संधू, गुलाम नबी आज़ाद और पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला शामिल हैं।