ओवैसी ने पहलगाम हमले का बदला लेने की मांग की, बिहार में मतदाता सूची पर चिंता जताई
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का प्रतिशोध लेने की मांग की है। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया कि आतंकवादी पहलगाम कैसे पहुंचे। इसके साथ ही, ओवैसी ने बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर चिंता जताई। उन्होंने युवाओं को रील देखने के बजाय समाचार पत्र पढ़ने की सलाह दी, ताकि वे अपने भविष्य को संवार सकें।
Jul 17, 2025, 14:15 IST
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ओवैसी की मांगें और चिंताएँ
एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का प्रतिशोध लेने की आवश्यकता पर जोर दिया और ऑपरेशन सिंदूर को जारी रखने की बात कही। उन्होंने बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का भी उल्लेख किया। ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान से आए चार आतंकवादियों ने पहलगाम में 26 हिंदू नागरिकों की हत्या की। उन्होंने सवाल उठाया कि आतंकवादी पहलगाम तक कैसे पहुंचे। यदि केंद्र सरकार बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की मौजूदगी के बारे में जानती है, तो ये आतंकवादी कैसे आए?
ओवैसी ने स्पष्ट किया कि जब आप बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण के दौरान बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं का जिक्र कर रहे हैं, तो आपको पहलगाम का बदला लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर तब तक जारी रहना चाहिए जब तक चारों आतंकवादी पकड़े नहीं जाते। इसके अलावा, ओवैसी ने युवाओं को सलाह दी कि वे रील देखने के बजाय समाचार पत्र पढ़ें, क्योंकि रील देखने से केवल समय की बर्बादी होती है और इससे वे नेता, डॉक्टर, इंजीनियर या वैज्ञानिक नहीं बन सकते।
बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण से संबंधित विवाद का जिक्र करते हुए, ओवैसी ने युवाओं से पूछा कि यदि वे रील देखने में लगे रहेंगे, तो बूथ स्तर के अधिकारियों को कैसे जवाब देंगे। हैदराबाद में एक भाषण के दौरान उन्होंने कहा, "बिहार में गहन पुनरीक्षण के नाम पर क्या हो रहा है, कई लोगों को बांग्लादेशी, नेपाली और म्यांमार से आने वाला बताया जा रहा है... यदि कोई बीएलओ आपके पास आता है, तो आप उनके सवालों का जवाब कैसे देंगे?"