ओडिशा में 13 वर्षीय छात्रा की आत्मदाह से मौत, एक महीने में चौथा मामला

ओडिशा के बरगढ़ जिले में एक 13 वर्षीय छात्रा ने आत्मदाह कर लिया, जिससे उसकी दुखद मृत्यु हो गई। यह राज्य में एक महीने में चौथा ऐसा मामला है। घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन स्थानीय लोगों ने आपातकालीन प्रतिक्रिया में देरी की शिकायत की है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इससे पहले भी ओडिशा में इसी तरह की घटनाएं हुई हैं, जिनमें यौन उत्पीड़न का सामना करने वाली छात्राओं की आत्मदाह शामिल है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और अन्य घटनाओं के बारे में।
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ओडिशा में 13 वर्षीय छात्रा की आत्मदाह से मौत, एक महीने में चौथा मामला

दुखद घटना

सोमवार सुबह ओडिशा के बरगढ़ जिले में एक 13 वर्षीय कक्षा 8 की छात्रा ने आत्मदाह कर लिया, जिससे उसकी दुखद मृत्यु हो गई। यह राज्य में एक महीने में ऐसा चौथा मामला है, जिसमें पहले भी बालासोर, बलंगा और केन्द्रपाड़ा में इसी तरह की घटनाएं हुई थीं।


घटना का विवरण

यह घटना तब हुई जब लड़की अपने मामा के घर फायरिंगिमल गांव में गई थी। उसे एक फुटबॉल मैदान पर बेहोश पाया गया, जहां उसके शरीर पर गंभीर जलने के निशान थे। उसे वीर सुरेंद्र साई मेडिकल कॉलेज और रिसर्च अस्पताल, बुरला में भर्ती कराया गया, लेकिन उसकी चोटों के कारण वह बच नहीं सकी। घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उसने आत्मदाह के लिए पेट्रोल का इस्तेमाल किया।


आपातकालीन प्रतिक्रिया में देरी

गांववालों ने आपातकालीन प्रतिक्रिया में देरी को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि एंबुलेंस को आने में 45 मिनट से अधिक समय लगा। इस दौरान स्थानीय लोगों ने उसे प्राथमिक उपचार दिया और अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई।


जांच शुरू

अधिकारियों ने लड़की की दुखद घटना की जांच शुरू कर दी है ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी का पता लगाया जा सके। क्षेत्र में हुई अन्य समान घटनाओं के मद्देनजर, पुलिस इन मामलों के पीछे के कारणों को जानने के लिए काम कर रही है।


अन्य घटनाएं

12 जुलाई को, ओडिशा में एक 20 वर्षीय महिला छात्रा ने अपने कॉलेज के विभागाध्यक्ष द्वारा लंबे समय तक यौन उत्पीड़न का सामना करने के बाद आत्मदाह कर लिया। पीड़िता ने अपनी चिंताओं को उठाने, शिकायत दर्ज कराने और प्रिंसिपल से मदद मांगने की कोशिश की, लेकिन उसकी गुहार अनसुनी रह गई।


आत्मदाह के बाद, छात्रा को बालासोर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में उसे AIIMS भुवनेश्वर भेजा गया, जहां उसकी 95% जलने की चोटें थीं। इस मामले में, फकीर मोहन स्वायत्त कॉलेज के प्रिंसिपल, दिलीप कुमार घोष को गिरफ्तार किया गया और स्थानीय अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पीड़िता की 14 जुलाई को रात 11:46 बजे मृत्यु हो गई।


19 जुलाई को, एक नाबालिग लड़की को बलंगा में तीन बदमाशों ने कथित तौर पर आग लगा दी, और वह 2 अगस्त को AIIMS दिल्ली में मर गई। 6 अगस्त को, केन्द्रपाड़ा जिले में एक तीसरे वर्ष की स्नातक छात्रा का जलता हुआ शव उसके घर में पाया गया।


अंतिम घटना

केन्द्रपाड़ा जिले में 6 अगस्त को एक तीसरे वर्ष की स्नातक छात्रा का जलता हुआ शव उसके घर में मिला। पीड़िता के पिता ने बताया कि वह पिछले दो वर्षों से एक युवक के साथ रिश्ते में थी और अपने पूर्व प्रेमी द्वारा ब्लैकमेल किए जाने के बाद उसने आत्महत्या कर ली। उन्होंने यह भी बताया कि उसने छह महीने पहले उससे ब्रेकअप कर लिया था।