ओडिशा का हरित ऊर्जा केंद्र बनने का लक्ष्य 2036 तक

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य को 2036 तक हरित ऊर्जा केंद्र बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए निवेश की आवश्यकता पर जोर दिया। पुरी में आयोजित वैश्विक ऊर्जा नेतृत्व शिखर सम्मेलन 2025 में उन्होंने जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता कम करने की बात की। जानें उनके इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य के बारे में और अन्य राज्यों से ऊर्जा संरक्षण की अपील।
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ओडिशा का हरित ऊर्जा केंद्र बनने का लक्ष्य 2036 तक

मुख्यमंत्री का हरित ऊर्जा की दिशा में कदम

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बताया कि राज्य ने 2036 तक हरित ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित होने का संकल्प लिया है। उन्होंने राज्य की ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने के लिए आवश्यक प्रयासों पर जोर दिया।


वैश्विक ऊर्जा नेतृत्व शिखर सम्मेलन 2025 का उद्घाटन

माझी ने शनिवार को पुरी में आयोजित तीन दिवसीय वैश्विक ऊर्जा नेतृत्व शिखर सम्मेलन 2025 (जीईएलएस 2025) के उद्घाटन के अवसर पर यह जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि राज्य का उद्देश्य 2036 तक जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता को काफी हद तक कम करना है।


ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति पर ध्यान

मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ऊर्जा क्षेत्र में निवेश की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बिजली को आत्मनिर्भरता और युवाओं के सशक्तीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण आधारभूत ढांचा बताया और दूसरे राज्यों से भी ऊर्जा उत्पादन और संरक्षण को प्राथमिकता देने की अपील की।