ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में कर्ज में डूबा व्यक्ति, किडनी बेचने की स्थिति में पहुंचा

एक व्यक्ति की कहानी जो ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में अपनी जिंदगी बर्बाद कर बैठा। उसने 52 लाख रुपये का कर्ज लिया और अब किडनी बेचने की स्थिति में है। जानिए कैसे उसकी लत ने उसे परिवार से दूर कर दिया और आत्महत्या के विचारों तक पहुंचा दिया। यह कहानी ऑनलाइन गेमिंग के खतरनाक प्रभावों को उजागर करती है।
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ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में कर्ज में डूबा व्यक्ति, किडनी बेचने की स्थिति में पहुंचा

ऑनलाइन गेमिंग का खतरनाक प्रभाव


एक व्यक्ति को ऑनलाइन रमी गेमिंग का ऐसा जुनून लगा कि उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई। उसने न केवल अपनी सारी बचत खो दी, बल्कि अब उसे किडनी बेचने की नौबत आ गई है। उसके ऊपर 52 लाख रुपये का कर्ज हो गया है। नौकरी गंवाने के बाद उसकी पत्नी और बेटी भी उसे छोड़कर चली गईं। 36 वर्षीय हरीश ने हाल ही में नोएडा के एक गेमिंग कंपनी के कार्यालय में आत्महत्या करने का प्रयास किया। नैनीताल के हल्द्वानी का निवासी हरीश ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा कि यदि सरकार ने ऑनलाइन धोखाधड़ी वाले गेमिंग पर रोक नहीं लगाई, तो उसे आत्महत्या करनी पड़ेगी या किडनी बेचनी पड़ेगी।


हरीश ने एक ई-कॉमर्स कंपनी में काम किया था, लेकिन तीन साल पहले ऑनलाइन गेमिंग की लत ने उसकी जिंदगी को बर्बाद कर दिया। गेमिंग के नियम के अनुसार, दांव पर लगी रकम का 90 प्रतिशत जीतने वाले को और 10 प्रतिशत कंपनी को मिलता है। हरीश ने अधिक से अधिक जीतने की कोशिश की, लेकिन हर बार हार का सामना करना पड़ा। उसने चार बैंकों से 22 लाख रुपये का लोन लिया, लेकिन वह पूरी रकम खो बैठा। पहले ही 30 लाख रुपये डूब चुके थे, और अब उसे 52 लाख रुपये का कर्ज हो गया।


करीब पांच साल पहले हरीश की शादी हुई थी और वह दो बेटियों का पिता है। उसकी पत्नी उसे इस लत को छोड़ने के लिए कहती रही, लेकिन उसका लालच बढ़ता गया। जब उसने अपनी आदतें नहीं बदलीं, तो परिवार ने उसका साथ छोड़ दिया। अब वह सड़कों पर भटक रहा है।