एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट की अनिश्चितता: भारत-पाकिस्तान मैच पर सवाल
एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट की मेज़बानी पर अनिश्चितता बनी हुई है, खासकर भारत और पाकिस्तान के बीच के तनाव के कारण। BCCI को सरकार की अनुमति का इंतज़ार है, और यदि टूर्नामेंट नहीं होता है, तो ACC को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। जानें इस स्थिति का क्या असर होगा और भारतीय टीम का पाकिस्तान के खिलाफ खेलने का क्या इरादा है।
Jul 10, 2025, 14:37 IST
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एशिया कप की मेज़बानी और राजनीतिक तनाव
एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन सितंबर में होने की संभावना है, लेकिन इस पर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इस आयोजन का मुख्य जिम्मेदार है। भारत और पाकिस्तान के बीच के तनावपूर्ण संबंधों के कारण, विशेषकर हाल ही में हुए पहलगाम हमले के बाद, भारतीय टीम का पाकिस्तान के खिलाफ खेलना चुनौतीपूर्ण प्रतीत हो रहा है।
BCCI का निर्णय और सरकार की भूमिका
BCCI को एशिया कप की मेज़बानी के लिए अंतिम निर्णय लेना है। एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) लगातार BCCI पर दबाव बना रही है, लेकिन बिना सरकारी अनुमति के कोई निर्णय नहीं लिया जा सकता। उम्मीद है कि 13 जुलाई तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
टूर्नामेंट का आयोजन स्थान
हालांकि BCCI इस टूर्नामेंट का आयोजन कर रहा है, लेकिन यह श्रीलंका या यूएई में ही संभव हो पाएगा। सितंबर एकमात्र ऐसा समय है जब इस टूर्नामेंट का आयोजन किया जा सकता है, क्योंकि इसके बाद कोई खाली समय नहीं होगा। वर्तमान में, भारतीय सरकार ने इस संबंध में कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है। यदि सरकार अनुमति नहीं देती है, तो BCCI इस टूर्नामेंट को आगे नहीं बढ़ा सकेगा। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या भारतीय टीम पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलने के लिए तैयार है या नहीं।
ACC को संभावित आर्थिक नुकसान
ACC को होगा बड़ा नुकसान
ACC की आय का मुख्य स्रोत एशिया कप है, और यदि यह टूर्नामेंट नहीं होता है, तो उन्हें भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ेगा। यदि टूर्नामेंट किसी तरह आयोजित होता है लेकिन भारत इसमें भाग नहीं लेता, तो भी उन्हें नुकसान होगा। भारत-पाकिस्तान मैच के लिए विज्ञापनों में बड़ी रकम मिलती है, जो बोर्ड के लिए लाभकारी होती है। हालांकि, वर्तमान में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच का आयोजन सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है।