एशिया कप 2025: रिंकू सिंह की टीम इंडिया में जगह संकट में

आईपीएल की चमक से चयन की चिंताओं तक
एशिया कप 2025 की तैयारी के साथ, भारतीय चयनकर्ताओं के सामने एक चुनौती है: एक ऐसे स्क्वाड का चयन करना जिसमें बल्लेबाजी की भरपूर प्रतिभा हो। इस चयन प्रक्रिया में रिंकू सिंह का नाम अचानक कमजोर नजर आ रहा है।
रिंकू का आईपीएल में उभार और चयन की दुविधा
एक साल पहले, रिंकू सिंह को भारत का अगला T20 फिनिशर माना जा रहा था, जो गेंदबाजी आक्रमणों को उसी तरह मात दे सकता था जैसे एमएस धोनी ने किया। कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए उनके द्वारा किए गए पांच लगातार छक्कों ने उन्हें रातोंरात प्रसिद्ध बना दिया। लेकिन क्रिकेट में चीजें तेजी से बदलती हैं। पिछले दो आईपीएल सत्रों में, रिंकू की भूमिका कम होती गई है।
कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना
रिंकू के लिए असली समस्या केवल फॉर्म नहीं है, बल्कि प्रतिस्पर्धा भी है। यदि भारत का पूरा-strength स्क्वाड उपलब्ध है, तो बल्लेबाजी का मुख्य आधार खुद को चुनता है। अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, संजू सैमसन, सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पांड्या सभी चयनकर्ताओं की नजर में निश्चित हैं।
ऑलराउंडर की भूमिका
रिंकू के लिए एक और चुनौती बहु-आयामी क्रिकेटरों का उदय है। शिवम दुबे मध्य क्रम में छक्के लगाने की क्षमता और एक उपयोगी गेंदबाजी विकल्प प्रदान करते हैं। जितेश शर्मा विकेटकीपर के रूप में भी काम करते हैं, जिससे टीम को लचीलापन मिलता है।
रिंकू का भविष्य क्या है?
रिंकू सिंह अभी केवल 27 वर्ष के हैं और उनके पास अपनी प्रतिभा को फिर से खोजने का समय है। लेकिन एशिया कप 2025 के लिए, समय उनके खिलाफ लगता है। भारत की बल्लेबाजी क्रम में भीड़ है, और चयनकर्ता एक स्थिर बल्लेबाजी कोर में बदलाव करने के लिए तैयार नहीं हैं।