एशिया कप 2025: भारत-पाकिस्तान के बीच खेल संबंधों में बदलाव के पीछे का कारण

एशिया कप का कार्यक्रम घोषित
एशिया कप का अगला कार्यक्रम शनिवार, 26 जुलाई को घोषित किया गया, और यह टूर्नामेंट 9 सितंबर से शुरू होगा। भारत और पाकिस्तान एक महीने में तीन बार आमने-सामने आ सकते हैं, लेकिन भारत का पाकिस्तान के खिलाफ खेलने का निर्णय भारी आलोचना का सामना कर रहा है। दोनों देशों के बीच पहला मैच 14 सितंबर को होगा, जबकि सुपर फोर राउंड में 21 सितंबर को एक संभावित रीमैच भी हो सकता है।
भारत की ओलंपिक महत्वाकांक्षाएं और नरम रुख
एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की 2036 ओलंपिक मेज़बानी की बोली उसके पाकिस्तान के साथ खेल संबंधों में नरमी का एक प्रमुख कारण है। ओलंपिक की मेज़बानी के लिए देशों को अंतरराष्ट्रीय खेलों में खुले विचारों और तटस्थता को साबित करना आवश्यक होता है, जैसा कि ओलंपिक चार्टर के नियम 44 में कहा गया है, जो राजनीतिक, धार्मिक या नस्लीय आधार पर बहिष्कार को मना करता है।
सरकार की स्थिति: बहुपरकारी आयोजनों पर कोई आपत्ति नहीं
जुलाई में, केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने स्पष्ट किया कि भारतीय सरकार को बहुपरकारी टूर्नामेंटों में पाकिस्तान के खिलाफ मैचों पर कोई समस्या नहीं है। वास्तव में, भारत ने हाल ही में पाकिस्तान हॉकी टीम को पुरुषों के एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट में भाग लेने की अनुमति दी है, जो 29 अगस्त से बिहार के राजगीर में आयोजित होगा।
महिला क्रिकेट में भी भारत-पाकिस्तान की भिड़ंत
महिला क्रिकेट में भी भारत-पाकिस्तान की प्रतिद्वंद्विता देखने को मिलेगी। दोनों देश 2025 महिला वनडे विश्व कप और 2026 महिला टी20 विश्व कप में एक-दूसरे के खिलाफ खेलेंगे, जिससे पाकिस्तान के साथ खेल संबंधों पर चल रही बहस और भी गर्म हो जाएगी।
हालिया विवाद ने स्थिति को और बढ़ाया
यह कदम उस समय आया है जब हाल ही में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लेजेंड्स (WCL) के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच एक मैच अचानक रद्द कर दिया गया, जिससे खेल संबंधों पर अतिरिक्त दबाव पड़ा और एशिया कप के प्रस्तावों पर सवाल उठने लगे।