एलन मस्क ने OpenAI पर गंभीर आरोप लगाए, कहा- यह झूठ पर आधारित है

एलन मस्क और OpenAI के बीच विवाद

Musk OpenaiImage Credit source: X
एलन मस्क बनाम OpenAI: टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क ने OpenAI पर एक बार फिर तीखा हमला किया है। उन्होंने इसे एक झूठ पर आधारित संगठन बताते हुए आरोप लगाया कि इसने एक चैरिटी को अपने लाभ के लिए चुरा लिया है। मस्क ने यह टिप्पणी OpenAI की पूर्व बोर्ड सदस्य हेलेन टोनर के एक पोस्ट को रीट्वीट करते हुए की, जिसमें उन्होंने कंपनी के भीतर बेईमानी और डराने-धमकाने की संस्कृति का जिक्र किया था।
हेलेन टोनर के पोस्ट पर मस्क की प्रतिक्रिया
शनिवार को, मस्क ने टोनर के एक्स (X) पोस्ट को रीट्वीट करते हुए लिखा, 'OpenAI is built on a lie.' टोनर ने अपने पोस्ट में उल्लेख किया था कि OpenAI में कुछ सकारात्मक कार्य हो रहे हैं, जैसे CoT मॉनिटरिंग और सिस्टम कार्ड्स का विस्तार, लेकिन नीति कार्य में अपनाई जा रही बेईमानी और डराने की रणनीतियाँ चिंताजनक हैं। मस्क की यह प्रतिक्रिया OpenAI के खिलाफ उनकी लगातार आलोचनाओं का हिस्सा है।
विवाद का कारण
मस्क की टिप्पणी के बाद, X पर उपयोगकर्ताओं ने सवाल उठाया कि क्या OpenAI को गैर-लाभकारी नहीं रहना चाहिए था। इस पर मस्क ने उत्तर दिया, 'उन्होंने एक चैरिटी को चुराया और उसे अपने आर्थिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया।' यह बयान OpenAI के 2015 में स्थापित गैर-लाभकारी स्टेटस पर सवाल उठाता है, जिसे 2019 में OpenAI LP नामक एक लाभकारी सहायक में परिवर्तित किया गया था, ताकि माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों से निवेश प्राप्त किया जा सके।
लाभकारी परिवर्तन पर कानूनी चिंताएँ
पिछले महीने, मस्क ने OpenAI के संभावित लाभकारी परिवर्तन पर कड़ा विरोध जताया था। उन्होंने कहा था कि आप किसी गैर-लाभकारी संगठन को लाभकारी में नहीं बदल सकते, यह अवैध है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रस्तावित योजना के तहत OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन को कंपनी में लगभग 7% हिस्सेदारी मिलने की संभावना है। मस्क ने इस कदम को नैतिक और कानूनी दोनों दृष्टिकोण से गलत बताया।
AI पारदर्शिता पर बढ़ती बहस
OpenAI, जिसने 2015 में मानवता के लाभ के लिए AI अनुसंधान को बढ़ावा देने का वादा किया था, अब मुनाफे के मॉडल की दिशा में बढ़ते कदमों के कारण विवादों में है। मस्क का कहना है कि AI जैसी शक्तिशाली तकनीक को कुछ कंपनियों के नियंत्रण में नहीं छोड़ा जाना चाहिए, बल्कि इसके लिए पारदर्शी और सार्वजनिक हित आधारित शासन की आवश्यकता है।