एयर इंडिया विमान दुर्घटना: 270 लोगों की मौत, डीएनए परीक्षण से 87 की पहचान

हाल ही में एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान की दुर्घटना में 270 लोगों की जान गई। जांचकर्ताओं ने कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर बरामद कर लिया है, जिससे हादसे के कारणों का पता लगाने में मदद मिलेगी। डीएनए परीक्षण के माध्यम से 87 मृतकों की पहचान की गई है और 47 शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं। यह हादसा अहमदाबाद से उड़ान भरने के तुरंत बाद हुआ, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से जल गए थे। जानें इस घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
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एयर इंडिया विमान दुर्घटना: 270 लोगों की मौत, डीएनए परीक्षण से 87 की पहचान

एयर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच में प्रगति

जांचकर्ताओं ने हाल ही में हुए एयर इंडिया विमान हादसे से कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) को बरामद किया है, जो इस घातक घटना के कारणों का पता लगाने में एक महत्वपूर्ण कदम है। लंदन के लिए उड़ान भरने वाला बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान, गुरुवार को अहमदाबाद से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में कम से कम 270 लोगों की जान गई, जिनमें अधिकांश यात्री शामिल थे।


अहमदाबाद में इस भीषण विमान दुर्घटना के चार दिन बाद, अधिकारियों ने बताया कि डीएनए मिलान के जरिए 87 मृतकों की पहचान की जा चुकी है और 47 शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं।


अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण किया जा रहा है, क्योंकि 12 जून को हुई इस दुर्घटना में कई शव इतनी बुरी तरह जल गए थे कि उन्हें पहचानना संभव नहीं था। अतिरिक्त सिविल अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल ने कहा, 'अब तक 87 डीएनए नमूनों का मिलान किया गया है, और 47 शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं।'


ये मृतक गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों जैसे भरूच, आनंद, जूनागढ़, भावनगर, वडोदरा, खेड़ा, मेहसाणा, अरवल्ली और अहमदाबाद के निवासी थे। पिछले बृहस्पतिवार को, दोपहर 1.39 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद, यह बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद के एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।


इस विमान में सवार 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक यात्री ने चमत्कारिक रूप से अपनी जान बचा ली। दुर्घटना में 29 अन्य लोगों की भी मौत की खबर है, जिनमें पांच एमबीबीएस छात्र शामिल थे।