एबीवीपी का प्रदर्शन: ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ निंदा और पथराव की घटना

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने बाराबंकी विश्वविद्यालय में ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पथराव की घटनाएं भी हुईं, जिससे कई छात्र घायल हुए। एबीवीपी ने राजभर से माफी मांगने और उन्हें बर्खास्त करने की मांग की। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और राजभर के बेटे का क्या कहना है।
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एबीवीपी का प्रदर्शन: ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ निंदा और पथराव की घटना

एबीवीपी का विरोध प्रदर्शन

आरएसएस से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों ने बाराबंकी विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन के दौरान सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के नेता ओम प्रकाश राजभर को गुंडा कहने पर उनके घर के बाहर प्रदर्शन किया।


एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज क्षेत्र में मंत्री के निवास पर कथित तौर पर पथराव भी किया।


सोमवार को, संगठन के सदस्यों ने श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय में विधि पाठ्यक्रम की संबद्धता की कमी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।


पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिससे कई छात्र घायल हुए और गड़िया पुलिस चौकी का शीशा भी टूट गया।


संगठन ने राजभर से माफी मांगने और सरकार से उन्हें बर्खास्त करने की मांग की, साथ ही उनका पुतला भी जलाया।


एबीवीपी ने एक बयान में आरोप लगाया कि श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय ने दो छात्रों को अवैध रूप से निष्कासित किया, मनमाने तरीके से फीस वसूल की और उन पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया।


एबीवीपी के राष्ट्रीय सचिव अंकित शुक्ला ने कहा कि संगठन राजभर की कार्यकर्ताओं के खिलाफ की गई असंवेदनशील टिप्पणी की कड़ी निंदा करता है।


ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरुण राजभर ने एक वीडियो बयान में प्रदर्शन की निंदा की, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, अभद्र भाषा का प्रयोग किया, वाहनों को नुकसान पहुंचाया और उनके परिवार को डराने का प्रयास किया।