एनआईए ने फरीदाबाद में ड्राइवर को हिरासत में लिया, विस्फोटक सामग्री बरामद
फरीदाबाद में ड्राइवर की गिरफ्तारी
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को फरीदाबाद के धौज क्षेत्र से शब्बीर नामक एक ड्राइवर को गिरफ्तार किया। उसके घर से एक ग्राइंडर, आटा चक्की और कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए हैं। एजेंसी को संदेह है कि डॉ. मुज़म्मिल ने इसी ग्राइंडर का उपयोग यूरिया पीसने के लिए किया था।
जांच के दौरान, एनआईए को यह जानकारी मिली कि डॉ. मुज़म्मिल छात्रावास के कमरे नंबर 15 में इन ग्राइंडरों का उपयोग कर यूरिया पीसता था, जहां से 358 किलोग्राम विस्फोटक और पहचान सामग्री भी मिली।
ड्राइवर को डॉ. मुज़म्मिल की सूचना पर हिरासत में लिया गया, जिसने बताया कि ये मशीनें उसने अपनी बहन की शादी के उपहार के रूप में लाने का दावा किया था।
बाद में, वह इन उपकरणों को धौज ले गया, जहां वह हॉस्टल के कमरे में यूरिया पीसता था। यह विस्फोटक अल्फाल्फा यूनिवर्सिटी से चुराए गए रसायनों को मिलाकर तैयार किया गया था।
एनआईए ने तीन डॉक्टरों और एक धार्मिक नेता को भी हिरासत में लिया है, जो 10 नवंबर को लाल किले के बाहर हुए कार विस्फोट के मामले में शामिल थे। इस घटना में 15 लोग मारे गए थे।
डॉ. मुज़म्मिल, गनई, अदील राथर और शाहीना सईद के साथ मौलवी इरफ़ान अहमद वागे को पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। एनआईए के प्रवक्ता के अनुसार, आतंकवाद-रोधी जांच एजेंसी ने पटियाला हाउस अदालत में जिला सत्र न्यायाधीश के आदेश के बाद उन्हें श्रीनगर में हिरासत में लिया।
प्रवक्ता ने बताया कि एनआईए की जांच में इन सभी व्यक्तियों ने उस आतंकवादी हमले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसमें कई निर्दोष लोग मारे गए और अन्य घायल हुए। एनआईए ने 11 नवंबर को मामले को अपने हाथ में लेते हुए 'सफेदपोश' आतंकवादी साजिश के सिलसिले में गिरफ्तारियों की संख्या बढ़ाकर छह कर दी है।
एनआईए पहले ही आमिर राशिद अली और जसीर बिलाल वानी को गिरफ्तार कर चुकी है।
