एनआईए ने पीएफआई कार्यकर्ता के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के एक कार्यकर्ता मोहम्मद सज्जाद आलम के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। यह मामला अवैध धन के प्रसार से संबंधित है, जिसमें सज्जाद को दुबई से बिहार में धन भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। एनआईए की जांच में यह भी सामने आया है कि सज्जाद कर्नाटक और केरल में एक गिरोह के माध्यम से इस गतिविधि में संलिप्त था। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और एनआईए की कार्रवाई के बारे में।
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एनआईए ने पीएफआई कार्यकर्ता के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया

पीएफआई के कार्यकर्ता पर आरोप

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने दुबई से बिहार में अवैध धन भेजने के मामले में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के एक सदस्य के खिलाफ आरोप पत्र प्रस्तुत किया है। अधिकारियों ने इस संबंध में जानकारी साझा की।


एनआईए ने अपने पूरक आरोप पत्र में मोहम्मद सज्जाद आलम को आरोपित किया है, जो बिहार के पूर्वी चंपारण जिले से हैं। यह आरोप पत्र पटना में एनआईए की विशेष अदालत में दाखिल किया गया है।


अधिकारियों के अनुसार, सज्जाद को इस वर्ष जनवरी में दुबई से लौटते समय नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत गिरफ्तार किया गया था।


जांच एजेंसी ने बताया कि एनआईए की विशेष अदालत ने पहले ही सज्जाद के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। जांच में यह सामने आया कि सज्जाद कर्नाटक और केरल में स्थित एक गिरोह के माध्यम से दुबई से बिहार में पीएफआई कार्यकर्ताओं तक अवैध धन पहुंचाने में संलिप्त था।


बयान में यह भी कहा गया है कि केंद्र सरकार द्वारा पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद, यह धन आपराधिक और गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उपयोग किया गया।


यह मामला मूल रूप से 12 जुलाई 2022 को पटना जिले के फुलवारी शरीफ थाने में 26 व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी के तहत दर्ज किया गया था। एनआईए ने कुछ समय बाद जांच शुरू की और यूएपीए अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया, जिसमें पहले 17 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया गया था।