एकनाथ शिंदे के 'जय गुजरात' नारे पर विवाद, विपक्ष ने उठाए सवाल
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के 'जय गुजरात' नारे ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। पुणे में एक कार्यक्रम में शिंदे ने इस नारे के साथ अपना भाषण समाप्त किया, जिसके बाद विपक्ष ने उनकी आलोचना की। कांग्रेस नेता नाना पटोले ने इसे मराठी भाषा और मातृभूमि का अपमान बताया। वहीं, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिंदे का समर्थन किया। यह विवाद उस समय और बढ़ गया जब मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा दुकानदारों की पिटाई का एक वीडियो वायरल हुआ। जानें इस घटनाक्रम के सभी पहलुओं के बारे में।
Jul 4, 2025, 19:40 IST
|

एकनाथ शिंदे का विवादास्पद बयान
मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा एक दुकानदार पर हमले के मामले में चल रहे विवाद के बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को अपने भाषण का समापन 'जय महाराष्ट्र' के बाद 'जय गुजरात' के नारे के साथ किया। पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए, शिंदे ने गृह मंत्री अमित शाह की प्रशंसा की और अपने भाषण को 'जय हिंद, जय महाराष्ट्र, जय गुजरात' जैसे नारों से समाप्त किया। इस पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी, और एनसीपी (सपा) नेता क्लाइड क्रैस्टो ने शिंदे पर सत्ता के प्रति लालच का आरोप लगाया।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता नाना पटोले ने शिंदे के 'जय गुजरात' नारे की निंदा करते हुए इसे महाराष्ट्र की मातृभूमि और मराठी भाषा का अपमान बताया। वहीं, उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शिंदे के नारे की क्लिप साझा की और लिखा, 'शहा सेना, शहा सेना!' हालांकि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिंदे का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि केवल 'जय गुजरात' कहने का मतलब यह नहीं है कि शिंदे महाराष्ट्र से अधिक गुजरात को पसंद करते हैं। ऐसी संकीर्ण सोच मराठी लोगों के लिए उचित नहीं है।
गुंडागर्दी पर सख्त संदेश
यह विवाद उस वायरल वीडियो के बाद और बढ़ गया, जिसमें राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं को मुंबई में दुकानदारों की पिटाई करते हुए दिखाया गया था, क्योंकि वे कथित तौर पर मराठी में बात करने से इनकार कर रहे थे। फडणवीस ने इस मुद्दे पर पूछे गए सवालों के जवाब में कहा कि मराठी का सम्मान होना चाहिए, लेकिन किसी की पिटाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मराठी के नाम पर गुंडागर्दी को सहन नहीं किया जाएगा। फडणवीस ने याद दिलाया कि जब कर्नाटक के चिकोडी में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण हुआ था, तब शरद पवार ने भी 'जय महाराष्ट्र, जय कर्नाटक' कहा था। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या इसका मतलब यह है कि शरद पवार को कर्नाटक से अधिक और महाराष्ट्र से कम प्रेम है?