ऋद्धिमान साहा को मिली बंगाल अंडर-23 टीम की कोचिंग

इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के बीच बड़ा बदलाव

इंग्लैंड टेस्ट सीरीज: इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज के दौरान, भारतीय क्रिकेट के एक प्रमुख पूर्व खिलाड़ी ने कोचिंग में कदम रखने का निर्णय लिया है। इस बीच, क्रिकेट बोर्ड ने भी इस निर्णय को तेजी से स्वीकार करते हुए उन्हें एक महत्वपूर्ण टीम का नेतृत्व सौंपने की योजना बनाई है। आइए जानते हैं कि वह कौन हैं।
ऋद्धिमान साहा का नया कोचिंग सफर
साहा कोचिंग की नई भूमिका में
यह नाम लंबे समय से चर्चा में था, और अब यह स्पष्ट हो गया है कि भारत के पूर्व विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा को बंगाल की अंडर-23 टीम का मुख्य कोच बनाया जा सकता है। 40 वर्षीय साहा ने इस साल जनवरी में प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से संन्यास लिया था। उन्होंने बंगाल के रणजी ट्रॉफी से बाहर होने के बाद क्रिकेट को अलविदा कहा था, जिसके बाद उनके भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं।
साहा का अनुभव और कोचिंग की तैयारी
साहा का टेस्ट करियर
ऋद्धिमान साहा ने भारत के लिए 40 टेस्ट मैच खेले हैं और वह अपने समय के सबसे विश्वसनीय विकेटकीपरों में से एक माने जाते हैं। अब वह कोचिंग में अपनी नई पारी शुरू करने जा रहे हैं। बंगाल क्रिकेट संघ (CAB) ने साहा के अनुभव को देखते हुए उन्हें अंडर-23 टीम का मुख्य कोच बनाने की योजना बनाई है।
CAB के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि साहा से पहले ही बातचीत हो चुकी है और अगले हफ्ते उनके नाम की आधिकारिक घोषणा की जा सकती है। अधिकारी ने कहा, “वह सौरव गांगुली और पंकज रॉय के बाद बंगाल के सबसे बड़े नामों में से एक हैं। उनका अनुभव युवा खिलाड़ियों के लिए अमूल्य साबित होगा।”
कोचिंग का जुनून और अनुभव
साहा का कोचिंग अनुभव
ऋद्धिमान साहा पहले से ही निजी कोचिंग सेंटर चला रहे हैं और अंडर-19 स्तर के खिलाड़ियों के साथ भी काम कर चुके हैं। वह अपने अनुशासन और शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं, और युवा क्रिकेटरों को मार्गदर्शन देने की उनकी क्षमता पहले ही सिद्ध हो चुकी है।
उनका क्रिकेट के प्रति जुनून और तकनीकी समझ उन्हें एक बेहतरीन कोच बनाता है। बंगाल की सीनियर टीम के कोच लक्ष्मी रतन शुक्ला बने रहेंगे, जबकि सौरभ लाहिड़ी अंडर-19 टीम की जिम्मेदारी संभालेंगे। इस प्रकार, साहा को अंडर-23 टीम की कमान मिलना बंगाल क्रिकेट के भविष्य को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।