उम्र से संबंधित मोतियाबिंद: लक्षण, कारण और उपचार

उम्र से संबंधित मोतियाबिंद की जानकारी

उम्र से संबंधित मोतियाबिंद एक सामान्य स्थिति है, जो लगभग हर व्यक्ति को प्रभावित करती है, विशेषकर जब वे 85 वर्ष के करीब पहुंचते हैं। जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हमारी आंखों के लेंस धीरे-धीरे अपनी स्पष्टता खोने लगते हैं। यह मुख्यतः आंखों में प्रोटीन के गंदा होने के कारण होता है, जिससे लेंस धुंधले हो जाते हैं और दृष्टि प्रभावित होती है।
कभी-कभी, उम्र से संबंधित कुछ स्वास्थ्य समस्याएं जैसे कि डायबिटीज़ इस प्रक्रिया को और तेज कर सकती हैं।
धुंधलापन
कई लोग यह नहीं जानते कि उम्र से संबंधित मोतियाबिंद का धुंधलापन 55 वर्ष की आयु में ही दिखाई दे सकता है। 55 से 65 वर्ष के बीच लगभग 3 प्रतिशत लोग इस समस्या का सामना करते हैं। कुछ मामलों में, यह 40 वर्ष की आयु से भी पहले शुरू हो सकता है।
क्या आप जानना चाहते हैं कि उम्र से संबंधित मोतियाबिंद के लक्षण क्या हैं?
लक्षण:
- दृष्टि धुंधली होती है, चाहे नजदीक हो या दूर।
- रंगों की चमक कम हो जाती है और कभी-कभी पीले या भूरे रंग के दिखाई देते हैं।
- कभी-कभी एक आंख से देखने पर दृष्टि दोहरी हो जाती है।
- रात के समय दृष्टि में कठिनाई होती है, जैसे स्ट्रीटलाइट्स और हेडलाइट्स के चारों ओर हल्की आभा दिखाई देती है।
- अचानक आपको ऐसे चश्मे की आवश्यकता होती है, जो आपके पुराने चश्मे से काफी भिन्न होते हैं।
ऑपरेशन:
मोतियाबिंद एक प्रगतिशील बीमारी है, जो स्वाभाविक रूप से ठीक नहीं होती। आपकी दृष्टि चाहे जैसी हो, यह समय के साथ और खराब होती जाएगी, लेकिन इसकी गति हर व्यक्ति में भिन्न हो सकती है। इसे केवल ऑपरेशन द्वारा ठीक किया जा सकता है, जिसमें क्षतिग्रस्त लेंस को एक स्पष्ट कृत्रिम लेंस से बदला जाता है। यह प्रक्रिया सामान्य होती है और स्थानीय एनेस्थीसिया के तहत की जाती है। इस ऑपरेशन से आपकी दृष्टि पूरी तरह से ठीक हो सकती है, हालांकि कभी-कभी पढ़ने के लिए चश्मे की आवश्यकता हो सकती है।
यदि आप इन लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो अपने स्थानीय डॉक्टर से संपर्क करें और उपचार के विकल्पों पर चर्चा करें।