उमंग सिंघार का विवादास्पद बयान: आदिवासी पहचान पर गर्व करने की अपील

मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आदिवासियों को हिंदू नहीं, बल्कि आदिवासी होने पर गर्व करने की अपील की है। इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने सिंघार के विचारों को चुनौती दी है। सिंघार का कहना है कि आदिवासी संस्कृति की अपनी पहचान है और भाजपा को इसे समझना चाहिए। उन्होंने संविधान में आदिवासियों को दिए गए विशेष दर्जे का भी उल्लेख किया। इस विवाद ने मध्य प्रदेश की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है।
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उमंग सिंघार का विवादास्पद बयान: आदिवासी पहचान पर गर्व करने की अपील

सिंघार का बयान और भाजपा की प्रतिक्रिया

मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि आदिवासियों को हिंदू होने के बजाय अपनी आदिवासी पहचान पर गर्व करना चाहिए। इस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सिंघार ने एएनआई से बातचीत में कहा कि भाजपा हमेशा असली मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास करती है। उन्होंने यह भी कहा कि आदिवासी समुदाय की अपनी समृद्ध परंपराएँ और संस्कृति हैं। एक आदिवासी कार्यक्रम में उन्होंने कहा, "गर्व से कहो कि हम आदिवासी हैं।"


आदिवासी संस्कृति का महत्व

सिंघार ने आगे कहा कि पिछले 16 वर्षों से वह अपने क्षेत्र में गणेश विसर्जन अनुष्ठान का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा आदिवासियों को निशाना क्यों बना रही है और उन्हें हिंदू धर्म में शामिल करने का प्रयास क्यों कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आदिवासी संस्कृति और विरासत सदियों पुरानी है, और यही कारण है कि संयुक्त राष्ट्र ने 9 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस घोषित किया है।


भाजपा की विचारधारा पर सवाल

कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि भाजपा के पीछे आरएसएस की विचारधारा छिपी हुई है, जो कभी भी अपनी 'मनुवादी' मानसिकता से ऊपर नहीं उठ पाई। उन्होंने पूछा कि अगर भाजपा को सच में आदिवासियों की चिंता है, तो वे किसी आदिवासी को अपना सरसंघचालक क्यों नहीं नियुक्त करते? सिंघार ने यह भी बताया कि कई प्रावधान हैं जो स्पष्ट रूप से बताते हैं कि आदिवासियों को हिंदुओं से अलग दर्जा प्राप्त है।


संविधान और आदिवासी अधिकार

सिंघार ने कहा, "भारतीय संविधान आदिवासियों को विशेष दर्जा देता है। क्या भाजपा संविधान से ऊपर उठकर काम करने की कोशिश कर रही है?" उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा को संविधान का अध्ययन करना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को समझना चाहिए।


भाजपा विधायक की प्रतिक्रिया

गौरतलब है कि सिंघार ने छिंदवाड़ा में एक आदिवासी कार्यक्रम में यह टिप्पणी की, जिससे मध्य प्रदेश की राजनीति में बहस छिड़ गई। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सिंघार सोनिया गांधी को खुश करने के लिए आदिवासियों की पहचान को कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति और सभ्यता आदिवासी समुदाय के गर्भ में पनपी है।