उद्धव गुट के नेता अनिल परब ने रामदास कदम के आरोपों का किया खंडन

अनिल परब का रामदास कदम पर पलटवार

उद्धव गुट के नेता अनिल परब
शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट के नेता रामदास कदम ने बालासाहेब ठाकरे के पार्थिव शरीर को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ठाकरे का शव दो दिन तक उनके निवास 'मातोश्री' में रखा गया और उनके फिंगरप्रिंट लिए गए। इस पर अनिल परब ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
अनिल परब का बयान
उद्धव ठाकरे के समर्थक अनिल परब ने रामदास कदम के आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया। उन्होंने कहा कि वह कदम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे और मानहानि का दावा दायर करेंगे। परब ने कहा, "यह पूरी तरह से गलत है। क्या किसी का शव बिना कॉफिन या मोर्चरी के दो दिन तक रखा जा सकता है?"
झूठे आरोपों का खंडन
अनिल परब ने आगे कहा कि रामदास कदम की सोच पर सवाल उठाते हुए कहा, "क्या शव बिना उचित व्यवस्था के रखा जा सकता है?" उन्होंने कदम के आरोपों को झूठा और बेबुनियाद करार दिया।
अनिल परब का स्पष्ट बयान
परब ने कहा, "किसी भी डॉक्टर को इतनी हिम्मत नहीं होगी कि वह ऐसी गलत हरकत करे।" उन्होंने यह भी बताया कि बालासाहेब ने अपने जीवन में अपने हाथ का मोल्ड बनवाया था, जिसे बाद में उद्धव ठाकरे के पीछे रखा गया।
इसके अलावा, परब ने रामदास कदम की पत्नी का भी जिक्र किया और कहा कि उन्हें जलाकर मारे जाने की जांच होनी चाहिए।
रामदास कदम के आरोप
बालासाहेब ठाकरे का निधन 17 नवंबर 2012 को हुआ था। रामदास कदम ने आरोप लगाया कि उनका पार्थिव शरीर दो दिन तक मातोश्री में रखा गया और उनके अंगूठे के निशान लिए गए। उन्होंने यह भी कहा कि ठाकरे का इलाज करने वाले डॉक्टरों से पूछना चाहिए कि उद्धव ने ऐसा क्यों किया।
उद्धव गुट के अन्य नेताओं ने भी रामदास कदम के बयान की आलोचना की है।