उदयपुर की छात्रा श्वेता सिंह ने आत्महत्या की, सुसाइड नोट में उठाए गंभीर सवाल

श्वेता सिंह की दुखद मौत
उदयपुर के पैसिफिक डेंटल कॉलेज की 25 वर्षीय छात्रा श्वेता सिंह ने 24 जुलाई की रात आत्महत्या कर ली। वह जम्मू कश्मीर की निवासी थीं और दांतों के डॉक्टर बनने का सपना देखती थीं। लेकिन अचानक उन्होंने ऐसा कदम उठाया, जिसने सभी को चौंका दिया। श्वेता अपने हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटकी हुई पाई गईं। जब उनकी रूममेट कमरे में पहुंची, तो उसने श्वेता को इस स्थिति में देखकर शोर मचाया, जिसके बाद अन्य छात्राएं भी वहां पहुंच गईं। तुरंत पुलिस को सूचित किया गया। श्वेता को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अब सवाल यह है कि श्वेता ने ऐसा कदम क्यों उठाया?
श्वेता की मौत के बाद उनके कमरे से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उन्होंने कई गंभीर बातें लिखी हैं। नोट में श्वेता ने उल्लेख किया है कि पैसे लेकर कई छात्रों को पास किया गया है, जिनमें से कुछ कभी कॉलेज नहीं आए। उन्होंने लिखा कि उनके बैच का एक साथी पहले ही इंटर्न बन चुका है, जबकि उनके करियर का भविष्य अधर में लटका हुआ है।
सुसाइड नोट में श्वेता ने दो शिक्षकों का नाम भी लिया है। उन्होंने लिखा कि नैनी मैम और भगवत सर उनके साथ अत्याचार कर रहे हैं। श्वेता ने कहा कि वह इनका और ड्रामा सहन नहीं कर सकतीं और इन शिक्षकों को जेल में डालने की मांग की। उन्होंने लिखा कि अगर भारत में न्याय मिलता है, तो भगवत को स्थायी जेल में डाल दिया जाना चाहिए, ताकि उन्हें भी वही अनुभव हो जो छात्रों को होता है। अंत में, श्वेता ने लिखा कि वह इस सिरदर्दी से मुक्त होना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने आत्महत्या का रास्ता चुना।