उत्तराखंड विधायक ने बिजली कटौती के विरोध में अधिकारियों की बिजली काटी

उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के विधायक वीरेंद्र जाति ने बिजली कटौती के खिलाफ अनोखा कदम उठाया। उन्होंने अधिकारियों की बिजली काटने के लिए खुद खंभे पर चढ़कर लाइन काटी। विधायक का यह कदम क्षेत्र में बढ़ती बिजली कटौती के कारण उठाया गया है, जिससे जनता को काफी परेशानी हो रही है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और अधिकारियों की प्रतिक्रिया।
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उत्तराखंड विधायक ने बिजली कटौती के विरोध में अधिकारियों की बिजली काटी

विधायक का अनोखा विरोध

उत्तराखंड विधायक ने बिजली कटौती के विरोध में अधिकारियों की बिजली काटी

खुद खंभे पर चढ़े विधायक


उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के झबरेड़ा विधानसभा से कांग्रेस विधायक वीरेंद्र जाति का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। इस वीडियो में वह बिजली के खंभे पर चढ़कर खुद ही बिजली की लाइन काटते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह कदम उन्होंने क्षेत्र में बढ़ती बिजली कटौती की समस्या के कारण उठाया।


विधायक ने आरोप लगाया कि उनके क्षेत्र में रोजाना बिना सूचना के पांच से आठ घंटे तक बिजली कटौती हो रही है, जिससे स्थानीय लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, व्यापार में भी नुकसान हो रहा है। इस स्थिति से नाराज होकर, विधायक ने बिजली के खंभे पर चढ़कर तीन अधिकारियों के घरों की बिजली काट दी।


बिजली विभाग ने इस घटना को लेकर विधायक के खिलाफ रुड़की सिविल लाइंस पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जिन अधिकारियों के कनेक्शन काटे गए, उनमें विभाग के चीफ इंजीनियर भी शामिल हैं।



विधायक का कड़ा कदम


विधायक जाति अपने समर्थकों के साथ रुड़की पहुंचे और पहले बोट क्लब में सुपरिटेंडेंट इंजीनियर विवेक राजपूत के सरकारी आवास के बाहर खंभे पर चढ़कर उनका बिजली कनेक्शन काट दिया। इसके बाद, उन्होंने चीफ इंजीनियर अनुपम सिंह और एग्जीक्यूटिव इंजीनियर विनोद पांडे के आवासों पर जाकर भी यही किया।


बिजली कटौती से जनता की परेशानी


विधायक ने कहा कि पिछले 10 दिनों से वह बिजली कटौती के मुद्दे को उठाते आ रहे थे, लेकिन अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने यह भी कहा कि जबकि अधिकारी एक घंटे की बिजली कटौती से परेशान हो जाते हैं, जनता को रोजाना घंटों तक बिना बिजली के रहना पड़ता है। विभाग की शिकायत में यह भी कहा गया है कि विधायक ने बिना उचित शटडाउन के बिजली की लाइन काटी, जिससे संभावित दुर्घटना का खतरा था।