उत्तराखंड में हीटवेव से बढ़ी स्वास्थ्य समस्याएं, 25 लोग अस्पताल में भर्ती

उत्तराखंड में हीटवेव का प्रभाव
रुड़की में अत्यधिक गर्मी के कारण बेहोशी के मामले बढ़ने लगे हैं। हीटवेव के चलते सात व्यक्तियों को सिविल अस्पताल रुड़की में भर्ती कराया गया है, जबकि अन्य 18 लोग विभिन्न निजी अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि हीटवेव का प्रभाव और भी बढ़ सकता है।
वर्तमान में रुड़की और उसके आस-पास का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा चुका है। लू के थपेड़े लोगों को परेशान कर रहे हैं, विशेषकर सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक। इस भीषण गर्मी में पैदल चलने वाले और दोपहिया वाहनों पर यात्रा करने वाले लोगों को सबसे अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। सिविल अस्पताल में आए सात मरीजों को चिकित्सकों ने एहतियात के तौर पर वार्ड में भर्ती किया है, लेकिन अब उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है। सिविल अस्पताल के सीएमएस डा. संजय कंसल ने बताया कि पिछले दो दिनों से हीटवेव के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन उपचार के बाद मरीज ठीक हो रहे हैं।
हीटवेव क्या है? सिविल अस्पताल रुड़की के चिकित्साधिकारी डा. शैलेष कुमार तिवारी के अनुसार, हीटवेव या हीट स्ट्रोक एक गंभीर समस्या है जो गर्मी के कारण होती है। यह तब होता है जब शरीर अपने तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाता। पसीना निकलने की प्रक्रिया विफल हो जाती है, जिससे शरीर को ठंडा रखना मुश्किल हो जाता है। लापरवाही से कई बार जान भी जा सकती है, इसलिए सावधानी बरतना आवश्यक है।