उत्तराखंड में हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना का प्रयास

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को घोषणा की कि राज्य सरकार हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का प्रयास कर रही है। यह कदम स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए उठाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार और आधुनिकीकरण पर जोर दिया। उन्होंने मरीजों के प्रति सहानुभूति और बेहतर इलाज की आवश्यकता पर भी बल दिया। इस योजना से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीद है।
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उत्तराखंड में हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना का प्रयास

मुख्यमंत्री का स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने का संकल्प

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को बताया कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि हर जिले में उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराई जाएं। इसके लिए, सरकार हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की योजना बना रही है।


मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड चिकित्सा स्वास्थ्य सशक्तीकरण अभियान के दौरान 220 चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए कहा, "हम हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए प्रयासरत हैं, ताकि नागरिकों को स्थानीय स्तर पर ही गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।"


उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में अब तक 11 लाख से अधिक मरीजों को 21 करोड़ रुपये से अधिक की 'कैशलेस' चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा चुकी है। इसके अलावा, श्रीनगर में कार्डियो और न्यूरोलॉजी तथा हल्द्वानी में कैंसर से संबंधित विशेष चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।


आपातकालीन स्थितियों में, दूरदराज के क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं, जैसा कि हाल ही में धराली आपदा के दौरान देखा गया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों के आधुनिकीकरण, पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति और टेलीमेडिसिन सेवाओं के विस्तार से राज्य में चिकित्सा सेवाओं में सुधार हुआ है। उन्होंने नए चिकित्सकों से बेहतर इलाज और मरीजों के प्रति सहानुभूति से काम करने की अपील की।


उन्होंने कहा, "आप केवल चिकित्सक नहीं हैं, बल्कि देवभूमि के स्वास्थ्य प्रहरी भी हैं। आपको प्रदेश की चिकित्सा सेवाओं को जनसुलभ और नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए समर्पण और सेवा भाव से कार्य करना होगा।"