उत्तराखंड में सरकारी नौकरी परीक्षा में पेपर लीक गिरोह का भंडाफोड़

उत्तराखंड में सरकारी नौकरी के लिए होने वाली भर्ती परीक्षा में पेपर लीक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। आरोपियों ने छात्रों से परीक्षा पास कराने के लिए 12 से 15 लाख रुपये की मांग की थी। पुलिस ने मास्टरमाइंड और उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी मिली है, जिसमें पैसे की मांग की जा रही है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और राज्य में नकल-रोधी कानून के प्रभाव के बारे में।
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उत्तराखंड में सरकारी नौकरी परीक्षा में पेपर लीक गिरोह का भंडाफोड़

उत्तराखंड में पेपर लीक गिरोह का पर्दाफाश

उत्तराखंड में सरकारी नौकरी के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा में छात्रों को पास कराने के नाम पर 12 से 15 लाख रुपये की मांग करने के आरोप में एक पेपर लीक गिरोह के मास्टरमाइंड और उसके सहयोगी को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इस मामले की जानकारी दी।


विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि दो दिन पहले उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ छात्रों से कुछ व्यक्तियों ने संपर्क किया था और उन्हें परीक्षा पास कराने का आश्वासन दिया था।


पुलिस और एसटीएफ ने मामले की जांच की और पाया कि पंकज गौड़ नामक व्यक्ति ने छह छात्रों से संपर्क किया और उनसे परीक्षा में सफलता सुनिश्चित करने के लिए 12 से 15 लाख रुपये की मांग की।


एसएसपी ने कहा कि पूछताछ के दौरान पंकज गौड़ ने बताया कि वह पेपर लीक गिरोह के मास्टरमाइंड हकम सिंह के संपर्क में था। भुल्लर ने बताया कि दोनों के खिलाफ पटेल नगर थाने में मामला दर्ज किया गया और पंकज गौड़ तथा हकम सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया।


उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस के पास एक ऑडियो रिकॉर्डिंग है, जिसमें आरोपियों को एक अभ्यर्थी से 15 लाख रुपये मांगते हुए सुना जा सकता है। यह परीक्षा रविवार को आयोजित की जानी है।


देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि जब से राज्य में सख्त नकल-रोधी कानून लागू किया गया है, पुलिस, एसटीएफ और खुफिया इकाइयां भर्ती परीक्षाओं के दौरान अत्यधिक सतर्कता बरतती हैं।