उत्तराखंड में सड़क दुर्घटना: पिकअप वाहन यमुना में गिरा, चार लोग घायल

उत्तराखंड में एक सड़क दुर्घटना में एक सेब से भरा पिकअप वाहन यमुना नदी में गिर गया, जिससे चार लोग घायल हो गए। दो घायलों की स्थिति गंभीर है और उन्हें बेहतर इलाज के लिए देहरादून भेजा गया है। पुलिस घटना की जांच कर रही है। प्रदेश में सड़क हादसों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे लोगों की जानें जा रही हैं। जानें इस घटना के बारे में अधिक जानकारी।
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उत्तराखंड में सड़क दुर्घटना: पिकअप वाहन यमुना में गिरा, चार लोग घायल

उत्तराखंड में सड़क दुर्घटना की घटना

उत्तराखंड में सड़क दुर्घटना: पिकअप वाहन यमुना में गिरा, चार लोग घायल


धनौल्टी: उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी नहीं आ रही है। हाल ही में, नैनबाग सुमन क्यारी के पास एक सेब से भरा पिकअप वाहन यमुना नदी में गिर गया। इस हादसे में चार लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो की स्थिति गंभीर है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। पुलिस इस घटना की जांच कर रही है।


दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे-507 पर टिहरी गढ़वाल के थाना कैप्टी के अंतर्गत, आज सुबह मोरी से विकासनगर की ओर जा रहा एक पिकअप वाहन सुमन क्यारी के पास लगभग 300 मीटर नीचे यमुना नदी में गिर गया। इस दुर्घटना के समय वाहन में चार लोग सवार थे। सूचना मिलने पर पुलिस ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। बताया गया है कि दो लोग वाहन से पहले ही गिर गए थे, जिन्हें हल्की चोटें आई हैं और उनका इलाज नैनबाग अस्पताल में चल रहा है। जबकि दो अन्य की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।


थानाध्यक्ष महिपाल सिंह रावत ने जानकारी दी कि यह घटना रविवार सुबह लगभग 6:00 बजे हुई। पिकअप वाहन उत्तरकाशी जनपद के मोरी से विकासनगर जा रहा था। सभी घायल युवक ग्राम नूरानी नैटवाड़ के निवासी हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए उच्च केंद्र भेजा गया है। गंभीर रूप से घायल दो व्यक्तियों को 108 एंबुलेंस की सहायता से देहरादून भेजा गया है। नैनबाग अस्पताल के नर्सिंग अधिकारी अभिषेक ने बताया कि घायलों में सुल्तानू पुत्र बनासू लाल और विपिन पुत्र सेम सिंह की स्थिति गंभीर है।


हाल ही में, देहरादून जिले के विकासनगर हरिपुर मीनस मोटर मार्ग पर भी एक पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर टौंस नदी में गिर गया था। उस हादसे में एक व्यक्ति घायल हुआ था, जबकि एक अन्य लापता था, जिसके लिए बचाव टीमें जुटी थीं। प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे कई लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। सड़क हादसों के बाद पुलिस और प्रशासन द्वारा कुछ समय के लिए अभियान चलाए जाते हैं, लेकिन जैसे ही मामला ठंडा होता है, ये अभियान भी समाप्त हो जाते हैं।