उत्तराखंड में भूस्खलन से नंदानगर में पांच लोग लापता, राहत कार्य जारी

उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिससे आधा दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हो गए और पांच लोग लापता हैं। राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति पर नजर रखने का आश्वासन दिया है। जानें इस घटना के बारे में और क्या जानकारी मिली है।
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उत्तराखंड में भूस्खलन से नंदानगर में पांच लोग लापता, राहत कार्य जारी

चमोली में भूस्खलन से भारी नुकसान

उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर नगर पंचायत में भारी बारिश के चलते भूस्खलन हुआ, जिससे आधा दर्जन मकान गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। इस घटना में पांच लोग लापता हैं। चमोली जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, नंदानगर के कुंतरी वार्ड में भूस्खलन के दौरान दो व्यक्तियों को सुरक्षित निकाल लिया गया।


राहत कार्य के लिए टीमें भेजी गईं

राहत और बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की टीमें घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। लगभग दो सप्ताह पहले भी कुंतरी वार्ड में 16 मकान जमीन धंसने और दरारें आने के कारण खतरे में आ गए थे, जिसके चलते 64 लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया था।


धुरमा गांव में बाढ़ का असर

नंदानगर के मोख घाटी के धुरमा गांव में मोख नदी की बाढ़ के कारण भी कई मकान मलबे में दब गए हैं। इसके अलावा, धुरमा गांव में बादल फटने से भी भारी नुकसान हुआ है, जिसमें कई वाहन, दुकानें और घर मलबे में दब गए हैं। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में 20 घंटे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।


मुख्यमंत्री धामी की प्रतिक्रिया

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह प्रशासन के संपर्क में हैं और स्थिति पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने एक पोस्ट में कहा कि चमोली जिले के नंदानगर घाट क्षेत्र में भारी बारिश के कारण आस-पास के घरों को नुकसान पहुंचा है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीमें राहत कार्य में जुटी हुई हैं।


मुख्यमंत्री का ट्वीट