उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट: प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह

उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण मौसम विभाग ने ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है। प्रशासन को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। कुमाऊं क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना के चलते विशेष सावधानियां बरती जा रही हैं। सभी संबंधित अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने और आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। जानें इस स्थिति के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
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उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट: प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह

उत्तराखंड में बारिश की स्थिति

उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि पहाड़ी जिलों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ सकती हैं, इसलिए सभी नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। आईएमडी ने अपने नियमित बुलेटिन में बताया कि अगले सप्ताह भर राज्य में भारी बारिश की संभावना है। विशेष रूप से देहरादून, टिहरी, रुद्रप्रयाग, नैनीताल और बागेश्वर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।


कुमाऊं क्षेत्र में रेड अलर्ट

हाल ही में, कुमाऊं क्षेत्र के कुछ हिस्सों में रविवार को भारी बारिश की संभावना के चलते 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है। मौसम विभाग ने शनिवार को यह जानकारी दी। नैनीताल, चंपावत और उधम सिंह नगर में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसके अलावा, गढ़वाल क्षेत्र के देहरादून, टिहरी और पौड़ी जिलों के साथ-साथ कुमाऊं के बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में भी भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।


प्रशासनिक तैयारियां

मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर, जिला प्रशासन को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करना, त्वरित कार्रवाई करना और आपात स्थिति में सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान शामिल है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के उपसचिव शिवशंकर मिश्रा ने जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर कहा है कि सभी पुलिस थानों और चौकियों पर आपदा संबंधी उपकरण और वायरलेस सेट तैयार रखने चाहिए।


सड़क परिवहन की तैयारी

पत्र में यह भी कहा गया है कि संबंधित आपदा प्रबंधन अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई), लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी अवरोध की स्थिति में सड़क साफ करने का कार्य तुरंत शुरू किया जाए।


पर्यटकों के लिए दिशा-निर्देश

पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि सभी राजस्व पुलिस उपनिरीक्षकों, ग्राम विकास अधिकारियों और ग्राम पंचायत अधिकारियों को अपने-अपने स्थान पर रहने के लिए कहा गया है। इस दौरान किसी भी अधिकारी या कर्मचारी का मोबाइल फोन बंद नहीं रहना चाहिए। खराब मौसम या भारी बारिश के दौरान हिमालय के ऊपरी इलाकों में पर्यटकों को यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में आवश्यक यांत्रिक उपकरण पहले से उपलब्ध कराए जाने चाहिए।