उत्तराखंड में बादल फटने से आई बाढ़: मुख्यमंत्री धामी ने बचाव कार्यों की जानकारी दी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धराली क्षेत्र में बादल फटने के कारण आई बाढ़ के बाद लगभग 190 लोगों को सुरक्षित निकाले जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार पीड़ितों की सहायता के लिए प्रतिबद्ध हैं। धामी ने कहा कि आपदा ने क्षेत्र को गंभीर रूप से प्रभावित किया है और राहत कार्य जारी हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की और प्रशासन की ओर से सुविधाओं को बहाल करने के प्रयासों की जानकारी दी।
Aug 6, 2025, 18:00 IST
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उत्तराखंड में बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को जानकारी दी कि धराली क्षेत्र में बादल फटने के कारण आई गंभीर बाढ़ और भूस्खलन के चलते लगभग 190 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। मुख्यमंत्री ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में बताया कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों पीड़ितों की सहायता के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। इस आपदा ने धराली क्षेत्र को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि आपदा ने धराली को पूरी तरह से प्रभावित किया है और कल की घटना के बाद कई चरणों में मलबा वहाँ आया है। उन्होंने कहा, "मैं आज वहाँ गया और स्थानीय लोगों से बातचीत की, जिससे मुझे घटना की जानकारी मिली। आपदा ने सब कुछ बर्बाद कर दिया है।" उन्होंने यह भी बताया कि सेना के जवानों ने शाम तक लगभग 190 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया है। घायलों को भी उत्तरकाशी लाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कई क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कें भी भूस्खलन से प्रभावित हुई हैं। प्रशासन सुविधाओं को बहाल करने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा, "कई स्थानों पर भूस्खलन ने संपर्क मार्ग को पूरी तरह से बाधित कर दिया है। हमें बिजली और मोबाइल नेटवर्क को भी बहाल करना है। खराब मौसम के कारण, सुविधाओं को पूरी तरह से बहाल करना चुनौतीपूर्ण है।" उन्होंने कहा कि सरकार सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ करने के लिए प्रतिबद्ध है।
आज सुबह, मुख्यमंत्री धामी ने ग्राउंड ज़ीरो पर जाकर धराली में बादल फटने और भूस्खलन के स्थल का दौरा किया। उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की, जिनके घरों और अन्य इमारतों को नुकसान पहुँचा है। इसके अलावा, उन्होंने आपदा प्रबंधन बैठक की और प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। राज्य और केंद्र सरकार के सहयोग से राहत और बचाव कार्य जारी है।