उत्तराखंड में तेंदुए के हमले से चार साल की बच्ची की मौत

उत्तराखंड के पौड़ी जिले में चौबट्टाखाल क्षेत्र में एक तेंदुए ने चार साल की बच्ची पर हमला कर दिया, जिससे उसकी जान चली गई। बच्ची की मां ने तेंदुए के पीछे दौड़ लगाई, लेकिन तेंदुआ उसे खेत में छोड़कर भाग गया। परिवार ने तेंदुए को मारने की मांग की है। जानें इस घटना के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
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उत्तराखंड में तेंदुए के हमले से चार साल की बच्ची की मौत

चौबट्टाखाल में तेंदुए का हमला

उत्तराखंड के पौड़ी जिले के चौबट्टाखाल क्षेत्र में एक तेंदुए ने चार साल की एक बच्ची पर हमला कर दिया, जिससे उसकी जान चली गई। यह जानकारी एक वन अधिकारी ने शनिवार को दी।


अधिकारी के अनुसार, शुक्रवार शाम को रिया अपने घर की बालकनी में खेल रही थी, तभी तेंदुआ उस पर झपटा और उसे घसीटकर ले गया। गढ़वाल के वन संरक्षक आकाश वर्मा ने बताया कि बच्ची की मां ने शोर मचाते हुए तेंदुए के पीछे दौड़ लगाई, लेकिन तेंदुआ बच्ची को घर से लगभग 50 मीटर दूर एक खेत में छोड़कर भाग गया। जब परिवार के सदस्य मौके पर पहुंचे, तब तक बच्ची की मृत्यु हो चुकी थी।


सूचना मिलने पर प्रशासन, वन विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। बच्ची दो बहनों में सबसे छोटी थी और परिवार 17 सितंबर को उसका जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रहा था, जिसके लिए उसके पिता जितेंद्र सिंह रावत मुंबई से गांव आए थे।


वर्मा ने बताया कि वन विभाग की एक टीम को उस क्षेत्र में तैनात किया गया है, जहां तेंदुए को पकड़ने के लिए दो पिंजरे लगाए गए हैं। इसके अलावा, तीन और पिंजरे लगाने की योजना बनाई जा रही है।


बच्ची का अंतिम संस्कार शनिवार शाम तक नहीं किया गया क्योंकि परिवार ने तेंदुए को मारने का आदेश देने पर जोर दिया था। इसके बाद लैंसडाउन के प्रभागीय वन अधिकारी जीवन मोहन डेगड़े ने उन्हें तेंदुए को पकड़ने के प्रयासों के बारे में आश्वस्त किया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस क्षेत्र में तेंदुए अक्सर देखे जाते हैं और उन्होंने सरकार से लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाने की मांग की है।