उत्तराखंड में आंदोलनकारियों की पेंशन में वृद्धि और श्रद्धांजलि का ऐलान

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को आंदोलनकारियों की पेंशन बढ़ाने और शहीदों के नाम पर अवस्थापना सुविधाओं का नामकरण करने की घोषणा की। उन्होंने आंदोलन के दौरान घायल हुए और जेल में रहे आंदोलनकारियों के लिए पेंशन में वृद्धि की। इसके साथ ही, शहीदों के आश्रितों की पेंशन भी बढ़ाई जाएगी। इस अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ-साथ प्रदेशवासियों से दीप जलाने की अपील की गई। जानें इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की सभी जानकारियाँ।
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उत्तराखंड में आंदोलनकारियों की पेंशन में वृद्धि और श्रद्धांजलि का ऐलान

मुख्यमंत्री धामी की महत्वपूर्ण घोषणाएं

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को पृथक राज्य के लिए संघर्ष करने वाले आंदोलनकारियों की पेंशन बढ़ाने का ऐलान किया। इसके साथ ही, उन्होंने उन लोगों के नाम पर मुख्य अवस्थापना सुविधाओं का नामकरण करने का भी निर्णय लिया, जो आंदोलन के दौरान शहीद हुए।


राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने से एक दिन पहले आयोजित कार्यक्रम में, मुख्यमंत्री धामी ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि जो आंदोलनकारी सात दिन जेल में रहे या घायल हुए, उनकी पेंशन को 6000 रुपये से बढ़ाकर 7000 रुपये प्रतिमाह किया जाएगा।


इसके अलावा, अन्य राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन 4500 रुपये से बढ़ाकर 5500 रुपये प्रतिमाह की जाएगी। धामी ने यह भी कहा कि जो आंदोलनकारी पूर्णतः अशक्त हो गए हैं, उनकी पेंशन 20,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये प्रतिमाह की जाएगी और उनकी देखभाल के लिए एक मेडिकल अटेंडेंट की व्यवस्था की जाएगी।


मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि आंदोलन के दौरान मारे गए आंदोलनकारियों के आश्रितों की पेंशन 3000 रुपये से बढ़ाकर 5500 रुपये की जाएगी। इसके बाद, उन्होंने कचहरी परिसर में शहीद स्थल पर जाकर मारे गए आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।


इस अवसर पर, पुलिस लाइन में राज्य आंदोलनकारियों और शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे राज्य स्थापना दिवस पर अपने घरों में पांच दीपक जलाकर राज्य आंदोलनकारियों की स्मृति में श्रद्धांजलि दें।