उत्तरकाशी में बाढ़ से तबाही: 4 की मौत, 100 से अधिक लापता

उत्तरकाशी में बाढ़ की त्रासदी
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को अचानक आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई, जिसमें चार लोगों की जान चली गई और 100 से अधिक लोग लापता हैं। यह घटना एक भीषण बादल फटने के कारण हुई, जिसने होटल और होमस्टे सहित कई इमारतों को बहा दिया। यह घटना धराली गाँव के पास हर्षिल क्षेत्र में हुई। लगातार हो रही बारिश ने पहाड़ी इलाकों में संकट उत्पन्न कर दिया। बादल फटने से खीर गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया, जिससे मलबा आ गया और धराली-खीर गंगा क्षेत्र में व्यापक नुकसान हुआ।
बचाव कार्य और राहत प्रयास
सूत्रों के अनुसार, घटना के समय धराली में 200 से अधिक लोग मौजूद थे। अब तक लगभग 20 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है और घायलों का इलाज चल रहा है। इसके बाद, भूस्खलन और बादल फटने की घटना ने सेना के शिविर और बचाव दल को भी प्रभावित किया। केंद्रीय और राज्य आपदा राहत बलों ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने मदद की आवश्यकता वाले लोगों से 01374222126, 222722, 9456556431 पर संपर्क करने का आग्रह किया है।
राज्य सरकार की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में आपदा परिचालन केंद्र में अधिकारियों के साथ बैठक की और स्थिति का जायजा लिया। एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसेन शहीदी ने बताया कि तीन सुसज्जित टीमें घटनास्थल पर भेजी गई हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना दोपहर करीब 2 बजे हुई और प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार 40 से 50 घर बह गए हैं।
सुरक्षा और राहत कार्य
उत्तरकाशी की एसपी सरिता डोभाल ने कहा कि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और भारतीय सेना के जवान मौके पर मौजूद हैं। धामी ने इस घटना को 'बेहद दुखद' बताया और कहा कि वह वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री का आश्वासन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात की और स्थिति का जायजा लिया। आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमों को घटनास्थल पर भेजा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि राहत कार्य जारी है।