उत्तर भारत में सर्दी का कहर: ठंड और कोहरे से प्रभावित जीवन
सर्दी ने बिगाड़ा उत्तर भारत का जीवन

नई दिल्ली । उत्तर भारत में सर्दी ने लोगों की दिनचर्या को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। कहीं लोग ठंड से घरों में कैद हैं, तो कहीं घने कोहरे ने सड़क, रेल और हवाई यातायात को बाधित कर दिया है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम की स्थिति बेहद कठोर हो गई है।
राजस्थान में कड़ाके की ठंड, नागौर सबसे ठंडा
राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में बुधवार रात ठंड ने नए रिकॉर्ड स्थापित किए। राज्य के पांच शहरों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। इस ठंड के कारण लोग अलाव और हीटर का सहारा लेने को मजबूर हो गए हैं। सुबह और रात के समय सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ है। सबसे ठंडे शहरों की सूची में शामिल हैं:
- नागौर: 3.7°C (सबसे ठंडा)
- फतेहपुर: 3.8°C
- लूणकरणसर: 4.3°C
- डूंगरपुर: 4.9°C
यूपी में घना कोहरा, विजिबिलिटी जीरो
उत्तर प्रदेश में गुरुवार सुबह स्थिति और भी खराब हो गई, जहां 30 जिलों में घने कोहरे की चादर छा गई। प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, अमेठी, अयोध्या जैसे कई जिलों में विजिबिलिटी शून्य से 10 मीटर के बीच रही। वाहन चालकों को आगे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था।
यातायात पर असर, सड़क हादसों में 28 मौतें
घने कोहरे का सीधा असर यातायात पर पड़ा है, जिससे हवाई और रेल सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
- 7 फ्लाइट्स लेट
- 1 फ्लाइट रद्द
- 1 फ्लाइट डायवर्ट
- कई ट्रेनें घंटों की देरी से चलीं
सड़क हादसों की बढ़ती संख्या
पिछले चार दिनों में उत्तर प्रदेश में 150 से अधिक सड़क हादसे हुए, जिनमें 28 लोगों की जान गई। अधिकतर हादसों का कारण कोहरा और कम विजिबिलिटी बताई जा रही है।
पहाड़ों पर बर्फीली ठंड, हेमकुंड में -20°C
मैदानी क्षेत्रों के साथ-साथ पहाड़ों पर भी सर्दी अपने चरम पर है। उत्तराखंड के चमोली जिले में 15,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब में बुधवार को तापमान माइनस 20 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। आश्चर्य की बात यह है कि नवंबर के बाद यहां बर्फबारी नहीं हुई है, फिर भी भीषण ठंड के कारण हेमकुंड सरोवर पूरी तरह से जम गया है।
