उत्तर भारत में भारी बारिश से तबाही: उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अलर्ट

उत्तर भारत में मानसूनी बारिश का कहर
उत्तर भारत के विभिन्न क्षेत्रों में भारी मानसूनी बारिश ने व्यापक तबाही मचाई है। उत्तराखंड में बादल फटने की घटना में दो श्रमिकों की जान चली गई, जबकि हिमाचल प्रदेश में नदियों के उफान और भूस्खलन के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। अधिकारियों के अनुसार, रविवार की सुबह उत्तरकाशी जिले में बादल फटने से भूस्खलन हुआ, जिसमें दो निर्माण श्रमिकों की मृत्यु हो गई और सात अन्य लापता हैं।
हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ट
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मौसम विभाग द्वारा जारी 'रेड' अलर्ट के मद्देनजर कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और सोलन जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिया है कि वे 30 जून को स्कूल बंद रखें। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि सोमवार शाम तक इन जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
भूस्खलन और सड़कें बंद
रविवार को जारी एक बयान में, सुक्खू ने छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया। मंडी के उपायुक्त ने भूस्खलन और अचानक बाढ़ के खतरे को देखते हुए सभी सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थानों के लिए छुट्टी घोषित की। शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने 10 जिलों में भारी बारिश के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है।
राज्य में बारिश से जनहानि
पिछले 24 घंटों में बारिश से संबंधित घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई है, जिससे राज्य में मानसून की शुरुआत से मरने वालों की संख्या 20 हो गई है। ऊना और बिलासपुर जिलों में एक-एक व्यक्ति डूब गया, जबकि शिमला में ऊंचाई से गिरने से एक व्यक्ति की जान गई।
सड़कें और ट्रांसफार्मर प्रभावित
राज्य में बारिश के कारण 129 सड़कें बंद हो गई हैं और 612 ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं। सबसे अधिक नुकसान सिरमौर और मंडी जिलों में हुआ है। स्थानीय मौसम कार्यालय ने सोमवार को कुछ क्षेत्रों के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है और अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रहने की संभावना जताई है।