उत्तर भारत में बारिश और बाढ़: राहत कार्य जारी

उत्तर भारत में हाल के हफ्तों में भारी बारिश ने बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। हालांकि, बारिश की तीव्रता में कमी आई है, जिससे राहत कार्य शुरू हो गए हैं। पंजाब और हिमाचल प्रदेश में बाढ़ के कारण कई लोग विस्थापित हुए हैं। राजस्थान में भी बारिश जारी है, और मौसम विभाग ने कुछ क्षेत्रों में अधिक बारिश की चेतावनी दी है। जानें किस क्षेत्र में कितनी बारिश हुई और राहत कार्य की स्थिति क्या है।
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उत्तर भारत में बारिश और बाढ़: राहत कार्य जारी

उत्तर भारत में बाढ़ की स्थिति

हाल के हफ्तों में उत्तर भारत में भारी बारिश ने बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी थी, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। हालांकि, इस सप्ताह बारिश की तीव्रता में कमी आई है, जिससे पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में राहत मिली है, जहां बाढ़ के कारण विस्थापित लोगों के लिए राहत कार्य की आवश्यकता है।


राजस्थान में भारी से बहुत भारी बारिश का सिलसिला जारी है, और जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार को राज्य के कुछ हिस्सों में और अधिक बारिश की चेतावनी दी है।


राजस्थान में बारिश की स्थिति

राजस्थान में बारिश का सिलसिला जारी है, और मौसम विभाग ने राज्य के कुछ हिस्सों में अधिक तीव्र वर्षा की चेतावनी दी है। मौसम कार्यालय के अनुसार, राज्य के दक्षिणी हिस्से में बने कम दबाव के क्षेत्र ने अवदाब का रूप ले लिया है, जिसके कारण पिछले 24 घंटों में दक्षिणी जिलों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा हुई है।


जिलों में बारिश की मात्रा

जालौर जिले के सांचौर में सबसे अधिक 210 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने बाड़मेर, जालौर और जैसलमेर जिलों में सोमवार को भी भारी बारिश की संभावना जताई है। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई, जिसमें मनाली में 24.2 मिमी बारिश हुई।


इस बीच, मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में बारिश के कारण एक कार पुल से फिसलकर उफनती क्षिप्रा नदी में गिर गई। रविवार को पंजाब के कुछ हिस्सों में बारिश हुई, लेकिन मात्रा कम रही।


पंजाब में बाढ़ का प्रभाव

पंजाब इस वर्ष मानसून से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में से एक रहा है, जहां सतलुज, व्यास और रावी नदियों के उफान के कारण कई गाँव जलमग्न हो गए हैं। सरकार ने घोषणा की है कि बाढ़ के कारण बंद सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 8 सितंबर से फिर से खुलेंगे।


अधिकारियों ने बताया कि पोंग बांध में जलस्तर लगभग दो फुट घटकर 1,392.20 फुट रह गया है, जबकि रविवार शाम को यह इसकी ऊपरी सीमा 1,390 फुट से दो फुट अधिक था।


प्रधानमंत्री का दौरा

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पंजाब का दौरा करेंगे ताकि बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया जा सके। रविवार को अमृतसर में 3.7 मिमी, लुधियाना में 2.4 मिमी और पटियाला में 9.2 मिमी बारिश हुई।


पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी बारिश हुई, जैसे सिरसा में 49.5 मिमी और पानीपत में 10.5 मिमी। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा, हालांकि कुछ क्षेत्रों में हल्की वर्षा हुई।


दिल्ली में मौसम की स्थिति

रिज क्षेत्र में सुबह 8:30 बजे तक 5.7 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि मयूर विहार और पीतमपुरा में क्रमशः 16 मिमी और 1.5 मिमी बारिश हुई। अधिकारियों ने बताया कि यमुना का जलस्तर 205.56 मीटर दर्ज किया गया। आईएमडी ने सोमवार को शहर में गरज और चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है।


हिमाचल प्रदेश के स्थानीय मौसम केंद्र ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आंधी-तूफान और बिजली गिरने का 'येलो' अलर्ट जारी किया है।


हिमाचल प्रदेश में बारिश

नैना देवी में 16.8 मिमी, धौलाकुआं में 16.5 मिमी, नाहन में 13.1 मिमी और अन्य क्षेत्रों में भी बारिश हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अरुणाचल प्रदेश में सोमवार से पूरे सप्ताह बारिश और आंधी-तूफान का अनुमान जताया है।