उत्तर प्रदेश में मानसून की बारिश से मिली राहत, 22 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता
उत्तर प्रदेश में मानसून के फिर से सक्रिय होने के बाद हुई भारी बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत प्रदान की है। सोमवार को मुजफ्फरनगर, बाराबंकी, लखनऊ, कानपुर, लखीमपुर खीरी, बरेली, बहराइच, अमेठी, गोरखपुर, बस्ती, मेरठ, बिजनौर, और वाराणसी जैसे जिलों में अच्छी बारिश हुई। मेरठ में सोमवार को 178 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जिससे प्रदेश के तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई।
भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए हमीरपुर, महोबा, झांसी, और ललितपुर जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, प्रदेश के 22 अन्य जिलों में भी भारी बारिश और 48 जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। लखनऊ के आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मध्य और दक्षिणी यूपी, विशेषकर बुंदेलखंड में अच्छी बारिश की संभावना है।
भारी बारिश की संभावित जिलों की सूची
भारी बारिश की संभावना वाले जिलों में बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, कानपुर देहात, कानपुर नगर, मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन शामिल हैं।
सोमवार के बारिश के आंकड़े
सोमवार को सबसे अधिक बारिश वाले जिलों में मेरठ (178 मिमी), एटा (166 मिमी), संभल (164 मिमी), बिजनौर (142 मिमी), और मुजफ्फरनगर (122 मिमी) शामिल हैं।
जून में बारिश का आंकड़ा
इस वर्ष जून में यूपी में बारिश सामान्य से 11 प्रतिशत अधिक रही। पूर्वी यूपी में 92.6 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 15 प्रतिशत कम है, जबकि पश्चिमी यूपी में 125.4 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 60 प्रतिशत अधिक है। बिजनौर में जून में सबसे अधिक 235.8 मिमी बारिश दर्ज की गई।
राजधानी में मौसम का हाल
राजधानी लखनऊ में भी मानसूनी बारिश का सिलसिला जारी रहा। दो दिनों में हुई बारिश से अधिकतम तापमान में 6.6 डिग्री की गिरावट आई। सोमवार को दिन चढ़ने के साथ शुरू हुई बारिश देर शाम तक जारी रही। शाम को तापमान 16.6 मिमी बारिश के साथ 32.3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।
आगे का मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, मंगलवार को हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इसके बाद लखनऊ में बारिश की तीव्रता में कमी आने के संकेत हैं।