उत्तर प्रदेश में मां का प्रेमी के साथ भागना: बच्चों का भविष्य अधर में
उत्तर प्रदेश में एक चौंकाने वाली घटना
उत्तर प्रदेश के एटा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को चौंका दिया है। मनीषा, जो चार बच्चों की मां है, अपने इंस्टाग्राम मित्र मुकेश यादव के साथ घर छोड़कर चली गई। मुकेश बदायूं का निवासी है। 25 दिनों की खोज के बाद पुलिस ने मनीषा को खोज निकाला। लेकिन जब मामला एसडीएम कोर्ट में पहुंचा, तो मनीषा ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह अपने पति भूप सिंह के साथ नहीं रहना चाहती, बल्कि मुकेश के साथ रहना चाहती है। मनीषा ने अपने पति पर शराब पीने का गंभीर आरोप लगाया। इस बीच, मनीषा के चार छोटे बच्चे—विहान (2 साल), सचिन (3 साल), निखिल (7 साल) और प्राची (5 साल)—अपनी मां के जाने से गहरे सदमे में हैं। बच्चों की बिलखती आवाजें सुनकर भी मनीषा का दिल नहीं पसीजा और वह कोर्ट से अपने प्रेमी मुकेश के साथ चली गई।
शराब की लत ने परिवार को बर्बाद किया
मनीषा का कहना है कि उसके पति भूप सिंह की शराब की लत ने उनके परिवार की जिंदगी को बर्बाद कर दिया है। उसने कोर्ट में बताया कि इस आदत के कारण घर में हमेशा तनाव बना रहता था। मनीषा ने इंस्टाग्राम पर मुकेश से दोस्ती की, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। उसने निर्णय लिया कि वह अपने बच्चों और पति को छोड़कर मुकेश के साथ नई जिंदगी शुरू करेगी। लेकिन इस फैसले ने चार मासूम बच्चों का भविष्य अधर में लटका दिया।
बच्चों का दर्द और मां का ठंडा रवैया
मनीषा के इस कदम ने उनके चार बच्चों को गहरे सदमे में डाल दिया है। विहान, सचिन, निखिल और प्राची अपनी मां के बिना तड़प रहे हैं। कोर्ट में भी मनीषा ने बच्चों की ओर ध्यान नहीं दिया और अपने प्रेमी के साथ चली गई। यह देखकर आसपास के लोग भी हैरान रह गए। बच्चों के रोने की आवाजें हर किसी का दिल दहला रही थीं, लेकिन मनीषा पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
सोशल मीडिया का प्रभाव
आजकल सोशल मीडिया ने लोगों को जोड़ने का काम किया है, लेकिन कई बार यह रिश्तों को तोड़ने का कारण भी बनता है। मनीषा और मुकेश की मुलाकात इंस्टाग्राम पर हुई थी। दोनों की बातचीत इतनी बढ़ गई कि मनीषा ने अपने परिवार को छोड़ने का निर्णय लिया। यह घटना सोशल मीडिया के दुरुपयोग का एक और उदाहरण बन गई है, जो समाज में कई सवाल खड़े कर रही है।
कोर्ट का निर्णय और समाज के प्रश्न
एसडीएम कोर्ट में मनीषा ने बिना किसी हिचक के अपने प्रेमी मुकेश के साथ रहने की इच्छा व्यक्त की। कोर्ट ने भी उसकी मर्जी का सम्मान किया, लेकिन इस पूरे मामले ने समाज में कई सवाल उठाए हैं। क्या शराब की लत ही मनीषा के इस फैसले की एकमात्र वजह थी? क्या बच्चों का भविष्य मां की इस पसंद से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं था? इन सवालों का जवाब शायद वक्त ही देगा, लेकिन फिलहाल चार मासूम बच्चे अपनी मां के बिना जिंदगी की नई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
