उत्तर प्रदेश में बाढ़ से जनजीवन प्रभावित, नदियों का जलस्तर बढ़ा

उत्तर प्रदेश में हालिया भारी बारिश ने गंगा, यमुना और शारदा नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा दिया है, जिससे कई जिलों में बाढ़ आई है। बलिया में एक बच्चे की बाढ़ में डूबने से मौत हो गई है। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है, लेकिन कई गांवों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जानें बाढ़ की स्थिति और राहत उपायों के बारे में।
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उत्तर प्रदेश में बाढ़ से जनजीवन प्रभावित, नदियों का जलस्तर बढ़ा

उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति

उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में भारी वर्षा के कारण गंगा, यमुना और शारदा जैसी प्रमुख नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। इस बाढ़ के चलते कई गांवों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बलिया में बाढ़ के पानी में डूबने से एक युवक की जान चली गई।


मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में मानसून सक्रिय है और अगले सप्ताह तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है.


नदियों का जलस्तर

केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, गंगा नदी कछला ब्रिज (बदायूं), गाजीपुर, छतनाग और फाफामऊ (प्रयागराज), बलिया, मिर्जापुर और वाराणसी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसी तरह, घाघरा नदी अयोध्या और एल्गिन ब्रिज (बाराबंकी) में भी खतरे के निशान से ऊपर है।


यमुना नदी नैनी (प्रयागराज) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि राप्ती नदी का जलस्तर भिनगा (श्रावस्ती) और राप्ती बैराज (श्रावस्ती) में लाल निशान से ऊपर बना हुआ है.


प्रयागराज में बाढ़ का असर

प्रयागराज से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ दिनों की भारी बारिश के कारण गंगा और यमुना का जलस्तर बुधवार से कम होने लगा है, लेकिन सदर तहसील के 107 वार्ड और मोहल्ले अब भी बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं।


अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) विनीता सिंह ने बताया कि जलस्तर में कमी से लोगों को राहत मिली है, लेकिन कई क्षेत्र अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं.


बलिया में बाढ़ की स्थिति

बलिया जिले में गंगा और सरयू नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या बढ़ रही है। हल्दी थाना क्षेत्र के पश्चिम टोला हल्दी गांव में बाढ़ के पानी में डूबने से 11 वर्षीय युवराज गुप्ता की मौत हो गई।


जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, गंगा नदी का जल स्तर बृहस्पतिवार को 59 मीटर 86 सेंटीमीटर रहा, जो खतरे के निशान से 2 मीटर 25 सेंटीमीटर अधिक है.


वाराणसी और कौशांबी में बाढ़ का प्रभाव

वाराणसी से मिली रिपोर्ट के अनुसार, गंगा का जलस्तर घट रहा है, लेकिन बाढ़ से 28 वार्ड प्रभावित हैं। महापौर अशोक तिवारी और जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बाढ़ राहत कार्यों का निरीक्षण किया।


कौशांबी में, लगातार बारिश के कारण गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ने से कुछ गांवों के रास्ते जलमग्न हो गए हैं। जिला प्रशासन ने ग्रामीणों के लिए नावों की व्यवस्था की है.