उत्तर प्रदेश में धर्म परिवर्तन गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी के बाद संपत्तियों पर कार्रवाई
उत्तर प्रदेश में धर्म परिवर्तन गिरोह के सरगना छांगुर बाबा की गिरफ्तारी के बाद प्रशासन ने उनकी संपत्तियों पर कार्रवाई की। छांगुर बाबा, जिनका असली नाम जलालुद्दीन है, को एटीएस ने गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई के पीछे सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे को हटाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है और सभी अपराधियों की संपत्तियों को जब्त किया जाएगा। जानें इस मामले में और क्या हुआ।
Jul 8, 2025, 14:38 IST
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धर्म परिवर्तन गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी
उत्तर प्रदेश प्रशासन ने छांगुर बाबा, जिनका असली नाम जलालुद्दीन है, की गिरफ्तारी के बाद उनके संपत्तियों पर कार्रवाई की। छांगुर बाबा को पिछले शनिवार को उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी गैर-ज़मानती वारंट जारी होने के बाद हुई, और पुलिस ने सूचना देने वाले को 50,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की।
संपत्तियों पर कार्रवाई का विवरण
एसपी विकास कुमार ने बताया कि छांगुर बाबा द्वारा सरकारी भूमि पर बनाई गई इमारत को ध्वस्त किया जा रहा है। बलरामपुर के डीएम पवन अग्रवाल ने कहा कि यह कार्रवाई अवैध कब्जे को हटाने के लिए की जा रही है। उतरौला क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और यह कार्रवाई कानूनी प्रावधानों के तहत की जा रही है। अब इन संपत्तियों की जांच अवैध उपयोग के लिए की जा रही है।
राज्य सरकार की प्रतिक्रिया
यह कार्रवाई राज्य की कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा धर्मांतरण रैकेट को लक्षित करने के लिए की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जलालुद्दीन की गतिविधियाँ समाज और राष्ट्र के लिए खतरा हैं। सभी अपराधियों की संपत्तियों को जब्त किया जाएगा और उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
घनश्याम रोहेरा का मामला
जांचकर्ताओं ने बताया कि मुंबई निवासी घनश्याम रोहेरा और उनका परिवार 2015 में दुबई में इस्लाम धर्म अपनाने के बाद बलरामपुर में रहने लगे। उन्होंने अपने नाम बदलकर जमालुद्दीन, नसरीन और सबीहा रख लिया। जमालुद्दीन ने खुद को सूफी संत हजरत बाबा जमालुद्दीन 'पीर बाबा' बताया।